खबर रफ़्तार, लखनऊ: राजधानी लखनऊ में ब्रह्मोस की प्रोडक्शन यूनिट का शुभारंभ होने पर उत्तर प्रदेश आदर्श व्यापार मण्डल के प्रदेश अध्यक्ष संजय गुप्ता ने प्रसन्नता व्यक्त की है। लखनऊ के सांसद एवं देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जी के प्रति आभार जताया। ब्रह्मोस एयरोस्पेश इंट्रिगेशन की शुरुआत से न केवल बड़ी संख्या में रोजगार पैदा होगा बल्कि लखनऊ का मान पूरे देश में बढ़ गया है। इस यूनिट के लगने से राजधानी में व्यापार एवं रोजगार के अवसर बढ़ेंगे तथा छोटी MSME यूनिटों को भी लाभ मिलेंगे। डिफेंस कॉरिडोर के और अधिक प्रभावी होने से लखनऊ, कानपुर, अलीगढ़ ,आगरा, झांसी चित्रकूट में भी व्यापार को गति मिलेगी।
लखनऊ में बने ब्रह्मोस मिसाइल प्लांट की पूरी कहानी
ब्रह्मोस एयरोस्पेस DRDO भारत सरकार के रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन और रूस की सरकारी कंपनी NPOM का एक संयुक्त प्रोजेक्ट है इसमें रूस की 49.5% और भारत की 50.5% हिस्सेदारी है। और यह भारत के लिए पहले ऐसा प्रोजेक्ट होगा जा किसी विदेशी सरकार के साथ मिलकर शुरू किया गया है यह एक सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है।
ब्रह्मोस का प्लाट डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर लखनऊ कानपुर रोड पर स्थापित किया गया है इस प्लांट को 300 करोड़ की लागत से बनाया गया है इसमें जमीन की कीमत को शामिल नहीं किया गया है।
बता दें कि इस प्रोजेक्ट के लिए दिसंबर में 80 हेक्टेयर भूमि निशुल्क आवंटित हुई जिसकी मोनिटिरिंग राजनाथ सिंह और सीएम योगी ने की है इसके लिए 3.5 सालों का समय इस प्रोजेक्ट को पूरा करने में लगा।
शुरुआत में इसका कलपुर्जो को जोड़ा जायेगा बाद में इसी यूनिट से उसका उत्पादन भी शुरू हो जायेगा रक्षा उत्पादन में ब्रह्मोस मिसाइल यूनिट के उट्घाटन हुआ।
उत्तर प्रदेश में रक्षा औद्योगिक में छह नोड्स को शामिल किया गया है, जिसमें लखनऊ, कानपुर, अलीगढ़, आगरा, झांसी और चित्रकूट हैं। तमिलनाडु के बाद उत्तर प्रदेश दूसरा ऐसा राज्य है। जहां रक्षा से जुड़ा ऐसा कुछ स्थापित किया है जो रक्षा और राष्ट्रीय उत्पादन में उसकी भूमिका को और मजबूत करेगा।
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