ख़बर रफ़्तार, नई दिल्ली: दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री आतिशी और सौरभ भारद्वाज ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। कैलाश गहलोत को ईडी के समन पर आतिशी ने कहा कि ईडी की जांच का आबकारी नीति से संबंध नहीं है। अगर ऐसा होता तो सबसे पहले ईडी भाजपा के लोगों के यहां जाती, क्योंकि कथित शराब घोटाले के आरोपी शरथ चंद रेड्डी द्वारा 59.5 करोड़ भाजपा को देने की बात साफ हो चुकी है।
महारैली को लेकर कांग्रेस के नेता जयराम रमेश के बयान पर आतिशी ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में आईएनडीआईए गठबंधन के सभी घटक दल एक साथ हैं। चाहें केजरीवाल की गिरफ्तारी हो, या उससे पहले की बात हो या उसके बाद की बात हो, गठबंधन के सभी घटके दल साथ आए हैं और कड़ा विरोध जताया है। लोकतंत्र पर जितने भी प्रहार किए जा रहे हैं, इस मामले में सभी घटक दल एक साथ हैं।
मगुंटा रेड्डी से बीजेपी का क्या रिश्ता हैः सौरभ भारद्वाज
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बयान देने वाले मगुंटा श्रीनिवासलु रेड्डी और उनके पुत्र राघव मगुंटा 28 फरवरी को भाजपा के घटक दल TDP में शामिल हुए। इसके बाद मार्च 29 को मगुंटा श्रीनिवासलु रेड्डी को भाजपा के घटक दल TDP से लोक सभा का चुनाव लड़ने का टिकट मिलता है। आखिर ये रिश्ता क्या कहलता है?
उन्होंने कहा कि शराब कारोबारियों की साउथ लॉबी से शरथ रेड्डी भाजपा को 55 करोड़ का चंदा देता है। मगुंटा श्रीनिवासलु रेड्डी को भाजपा का घटक दल TDP टिकट देता है। तो क्या अब ED भाजपा को शराब घोटाले की जाँच में आरोपी बनाएगी?
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