ख़बर रफ़्तार, नई दिल्ली। मतदान करने की ताकत का आपको उस वक्त एहसास होगा, जब आपकी अंगुली पर नीली स्याही के रूप में ‘मत की ताकत’ की पहचान लगेगी। तीखी धूप की चुभन भी आपको मतदान करने जाने से रोकेगी, लेकिन जरा सोचिए उस किसान को जो कड़ी धूप में खेती भी करता है और फिर जिम्मेदारी से मतदान भी करता है।
आप कहीं घूमने जाते हैं या किसी पारिवारिक आयोजन के लिए भी तो कड़ी धूप में बाहर निकलते हैं। यहां तो देश के लोकतंत्र के सबसे बड़े उत्सव का अवसर है। अपने एक मत की ताकत दिखाने का मौका है।
+ There are no comments
Add yours