ख़बर रफ़्तार, देहरादून: उत्तराखंड के राज्यसभा सासंद नरेश बंसल ने सदन में एम्स ऋषिकेश के विस्तार की योजना बनाने की मांग उठाई है. उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि एम्स ऋषिकेश कुमाऊं, पश्चिमी उत्तरप्रदेश, हरियाणा और हिमाचल को मेडिकल सुविधा उपलब्ध करवा रहा है, जिससे मरीजों की संख्या बढ़ रही है. ऐसे में एम्स ऋषिकेश पर अतिरिक्त दबाव पड़ रहा है. लोगों को बेहतर इलाज की सुविधा देने के लिए नर्सिंग स्टाफ बढ़ाने की आवश्यकता है, इसलिए एम्स ऋषिकेश के विस्तारीकरण की अनुमित दी जाए
सुषमा स्वराज ने रखी थी एम्स ऋषिकेश की नींव
सासंद नरेश बंसल ने कहा कि स्वर्गीय अटल बिहारी बाजपेयी की सरकार के समय हमें एम्स ऋषिकेश मिला था. एम्स ऋषिकेश की नींव 2 फरवरी 2004 को सुषमा स्वराज ने रखी थी. एम्स ऋषिकेश आज राज्य के लोगों के लिए वरदान साबित हो रहा है. एम्स ऋषिकेश में 27 मई 2013 से ओपीड़ी की सुविधा शुरूआत की गई. 30 दिसंबर 2013 में आईपीडी की सुविधा और 2 जून 2014 से सर्जरी की सुविधा शुरूआत की गई, जिससे यहां पर अन्य राज्यों के मरीजों के आने का सिलसिला भी शुरू हो गया है.
एम्स ऋषिकेश में सुविधाओं को बढ़ाने के लिए एम्स के डॉक्टर प्रत्येक अवसर पर दृढ़ संकल्पित नजर आए. वर्तमान में विभिन्न पाठ्यक्रम में 1030 छात्र-छात्राएं हैं और 51 विशेष क्लिनिक जोड़े गए हैं. 2013 में 200 बिस्तर वाले आंतरिक रोगी सुविधा की अब 960 बिस्तर की गई है.
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