कई राज्यों में साइबर ठगों का फैला नेटवर्क! गरीबों के खाते बैंकों में खुलवाकर भेज देते थे दस्तावेज

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खबर रफ़्तार, बरेली: थाना इज्जतनगर पुलिस ने सात साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। सभी आरोपी गरीब लोगों को पैसों का लालच देकर उनके अलग-अलग बैंक में खाते खुलवाते थे और खातों के सभी दस्तावेज बिहार, राजस्थान, पश्चिमी बंगाल, झारखंड समेत अन्य राज्यों में बैठे साइबर ठगों को देते थे। सभी आरोपियों को ठगी में हिस्सा मिलता था। पुलिस ने सभी आरोपियों को कोर्ट पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। ठगों के कब्जे से नौ मोबाइल फोन, दो सिम कार्ड, सात-सात एटीएम और आधार कार्ड, सात आधार कार्ड की फोटोकॉपी, एक चेकबुक और सात पर्चियां मिली हैं।

इज्जतनगर थाना प्रभारी बिजेन्द्र सिंह ने बताया कि साइबर क्राइम और थाना पुलिस की संयुक्त टीम सोमवर को चेकिंग के दौरान लखनऊ के चिनहट की बुद्ध विहार कॉलोनी के वीरेंद्र कुमार गंगवार , नवाबगंज के दीपक कुमार, गांव धौरेरा माफी के अनुज कुमार, रिठौरा के मोहम्मद रिजवान, पीलीभीत के गांव ललौरी खेड़ा के विजय पाल, नवाबगंज के रोहित कुमार और पीलीभीत के जहानाबाद के गांव बसंतपुर के मोहम्मद जीशान को गिरफ्तार किया है। वीरेंद्र मूलरूप से हाफिजगंज के गांव परेवा का रहने वाला है।

खाता खुलते ही चेकबुक और एटीएम कार्ड ले लेते थे ठग
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि सभी लोग वीरेंद्र कुमार गंगवार के लिए दूसरे व्यक्तियों के नाम और पते पर खोले गए बैंक खातों को उपलब्ध कराते हैं। सभी लोग गरीब लोगों को लालच देकर उनका अलग-अलग बैंकों में खाता खुलवाते हैं। खाता खुलते ही चेकबुक, एटीएम कार्ड और बैंक में लगे मोबाइल नंबर का सिम लेकर वीरेंद्र देते थे। वीरेंद्र इन खातों को बिहार, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, झारखंड में बैठे साइबर अपराधियों तक पहुंचाता है।

इन खातों में लोगों से धोखाधड़ी कर ठगी की रकम ऑनलाइन ट्रांसफर होती है। इसके बदले में वीरेंद्र खाते में हुए लेनदेन का 10 प्रतिशत देता है। सभी वीरेंद्र को कई बार कई बैंक खाते उपलब्ध करा चुके हैं। आरोपियों के पास से मिली पर्ची में लिखे खातों में अच्छी-खासी रकम आई है। सभी अपना हिस्सा वीरेंद्र से लेने के लिए इकट्ठा हुए थे। सभी लोग किसी होटल में जाकर कमरे बुक करते। होटल भी फर्जी आधार कार्ड पर बुक करते थे।

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