
खबर रफ़्तार, ओडिशा : ओडिशा के मलकानगिरी जिले में बीएसएफ और राज्य पुलिस के संयुक्त अभियान में दो नक्सली कमांडरों को गिरफ्तार किया गया है। इस कार्रवाई से नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई में एक बड़ी सफलता मिली है। गिरफ्तार नक्सलियों की पहचान केसा कवासी और राकेश उर्फ सानू कुंजम के रूप में हुई है।
मुठभेड़ के बाद गिरफ्तारी
बीएसएफ और ओडिशा पुलिस ने शुक्रवार को मलकानगिरी जिले के जंगलों में मुठभेड़ के बाद इन दोनों नक्सली कमांडरों को गिरफ्तार किया। सुरक्षा बलों ने दोनों नक्सलियों से एक पिस्तौल, दस इलेक्ट्रिक डेटोनेटर, एक वॉकी-टॉकी और एक रेडियो, छह राउंड गोलियां, दो चाकू और कुछ अन्य सामान बरामद किया।
छत्तीसगढ़ के रहने वाले हैं दोनों नक्सली
अधिकारियों ने बताया कि दोनों नक्सली छत्तीसगढ़ के रहने वाले हैं। कवासी बस्तर जिले का और राकेश बीजापुर जिले का निवासी है। दोनों नक्सली कमांडर ओडिशा, आंध्र प्रदेश और छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों के खिलाफ हमलों, आईईडी धमाकों के कई मामलों में संलिप्त रहे हैं और उनके खिलाफ कई प्राथमिकी दर्ज हैं।
केंद्र सरकार की पहल
केंद्र सरकार ने मार्च 2026 तक नक्सली समस्या को समाप्त करने की समय सीमा तय की है। इसके मद्देनजर सुरक्षा बलों ने विभिन्न राज्यों में वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। इस संयुक्त अभियान में बीएसएफ और ओडिशा पुलिस की भूमिका की सराहना की जा रही है।
नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई में बड़ी सफलता
इस गिरफ्तारी से नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई में एक बड़ी सफलता मिली है। सुरक्षा बलों की इस कार्रवाई से नक्सलियों के मनोबल में कमी आएगी और वे अपने अवैध गतिविधियों को अंजाम देने में मुश्किलों का सामना करेंगे।
सुरक्षा बलों की भूमिका
सुरक्षा बलों ने इस संयुक्त अभियान में अपनी भूमिका निभाई है। बीएसएफ और ओडिशा पुलिस की टीम ने मिलकर इस कार्रवाई को अंजाम दिया है। इस कार्रवाई से यह साबित होता है कि सुरक्षा बल नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई में पूरी तरह से तैयार हैं।
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