पानी नहीं होने और उपकरणों में खराबी के कारण संजय कम्युनिटी हाल परिसर में बने अमृत सरोवर के फव्वारे भी हुए बंद
खबर रफ़्तार, बरेली: शहर के बीचोबीच संजय कम्युनिटी हाल परिसर में अमृत सरोवर का निर्माण कराने के लिए स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट से कई करोड़ रुपये खर्च किए गए, ताकि शहरवासी सुबह-शाम सरोवर के चारों ओर घूमकर आनंद ले सकें, लेकिन अब सरोवर एक-एक बूंद पानी के लिए तरस रहा है। कई दिनों से सरोवर में पानी नहीं है। यहां लगे फव्वारे पानी की कमी और उपकरणों में खराबी के कारण बंद हैं।
संजय कम्युनिटी परिसर में स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय अमृत सरोवर को संवारने के लिए स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट से करीब 10 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। इसकी देख-रेख करने के साथ ही इसे संचालित करने को लेकर एजेंसी भी तय हो चुकी है। पर हालत यह है कि सरोवर को सुंदर तरीके से विकसित करने की मंशा पर पानी फिर गया है। इन दिनों सरोवर के हालात साफ इशारा कर रहे हैं कि इसे शुरू करना आसान नहीं है। कुछ दिनों पहले एसटीपी के पानी से अमृत सरोवर को भरा गया था, लेकिन अब सूख गया है। इतना ही नहीं तालाब में लगी रंगीन रोशनी की लाइटें खराब हो गई हैं। वहीं खाने-पीने के लिए बनी दुकानें, स्केटिंग ट्रैक, परफॉर्मेंस एरिया, सेल्फी प्वाइंट, कियोस्क, म्यूजिक फाउंटेन, चिल्ड्रंस प्ले एरिया भी बदहाल हो गया है।
गांधी उद्यान का सरोवर भी सूखा
करीब 93 हजार वर्ग मीटर क्षेत्र में फैले गांधी उद्यान पार्क में स्थित कच्चे तालाब का वर्ष 2001 में जीर्णोद्धार करके इसका स्वरूप बदल दिया गया। नगर निगम ने कामर्शियल उपयोग के लिए इसे लॉन की तरह विकसित कर दिया। यहां पर पाथ वे और फव्वारे लगा दिए गए। कुछ साल बाद बीच में फव्वारे लगाने और लाइटें लगाने पर लाखों रुपये खर्च कर दिए। इस समय हालत यह है कि एक बूंद पानी नहीं और फव्वारे भी खराब पड़े हैं।
सरोवर पक्का है, इन दिनों तेज धूप के कारण पानी सूख गया है। इसमें फिर से बहुत जल्द पानी भरवा दिया जाएगा। इसको लेकर निर्देश दिए जाएंगे।
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