ख़बर रफ़्तार, अयोध्या: राम मंदिर निर्माण के लिए अब विदेश से दान की राशि बढ़ रही है। सात समंदर पार से रामभक्त आनलाइन धनराशि निर्धारित खाते में भेज रहे हैं। अब तक लगभग 50 भक्तों ने धनराशि खाते में भेजी है। यह रकम कुल 25 लाख रुपये है। कई भक्तों ने सवा लाख से दो लाख रुपये तक का दान भेजा है। इसमें अधिकांश भक्त अमेरिका के निवासी हैं। पहला दान भी अमेरिका में रह रहे एक राम भक्त ने ही किया था।
माह भर पूर्व श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को विदेशी अंशदान विनियमन अधिनियम 2010 के अंतर्गत स्वैच्छिक योगदान प्राप्त करने के लिए केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय के एफसीआरए विभाग ने अनुमति प्रदान की थी। इसके लिए भारतीय स्टेट बैंक की 11 संसद मार्ग नई दिल्ली स्थित मुख्य शाखा में खाता खोला गया है। अन्य किसी बैंक और भारतीय स्टेट बैंक की अन्य किसी शाखा में भेजा गया धन स्वीकार नहीं किया जा सकता।
44 दिन में प्राप्त हुआ तीन हजार करोड़ से ज्यादा का दान
राम मंदिर निर्माण के पहले ही श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने देश व्यापी निधि समर्पण अभियान प्रारंभ किया था, जिसमें गांव से लेकर शहर तक के लोगों ने बढ़-चढ़ कर निधि का अर्पण किया था। 44 दिन चले इस अभियान में संपूर्ण देश से तीन हजार 337 करोड़ रुपये दान में प्राप्त हुए थे।
हालांकि, तब से लगातार निर्धारित बैंक पीएनबी, एसबीआइ व बैंक आफ बड़ौदा के ट्रस्ट के खाते में भक्त आनलाइन दान कर रहे हैं। रामलला के दर्शनमार्ग पर स्थित दानपात्रों में भी दान की धनराशि बढ़ी है। कुल मिलाकर औसत रूप से प्रति माह एक करोड़ रुपये दान प्राप्त हो रहा है। ट्रस्ट कार्यालय के प्रभारी प्रकाश गुप्ता बताते हैं कि प्रत्येक रामभक्त अपने अराध्य के मंदिर निर्माण में सहयोग को उत्सुक है।