ख़बर रफ़्तार, मसूरीः रिस्पना नदी के उद्गम स्थल मॉसी फॉल पर कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा सीवरेज और गंदगी डाली जा रही है, जिससे रिस्पना नदी बदबूदार और गंदी हो गई है. इसको लेकर स्थानीय निवासियों में भारी आक्रोश है. स्थानीय लोगों ने समाज सेवी अमित पंवार के नेतृत्व में मसूरी एसडीएम डॉ. दीपक सैनी को ज्ञापन सौंपा और रिस्पना नदी पर डाले जा रहे सीवरेज और गंदगी को रोकने की मांग की है.
अमित पंवार ने कहा, रिस्पना नदी को पुनर्जीवित करने के लिए प्रदेश की सरकार लगातार काम कर रही है. इसको लेकर पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने विशेष योजना के तहत रिस्पना नदी पर ऋषिपना योजना के तहत महत्वपूर्ण कार्य किए गए थे. परंतु मसूरी में रिस्पना नदी में लोगों द्वारा सीवरेज और गंदगी डाली जा रही है. इससे रिस्पना नदी का पानी गंदा और बदबूदार हो गया है. उन्होंने कहा, रिस्पना नदी मसूरी से आगे चलकर सुर्याफाल, शिखर फॉल को बनाती है. जिस कारण यह फॉल भी प्रदूषित हो रहे हैं.
अमित ने कहा कि, देहरादून राजपुर शहंशाही आश्रम के पास बने पेयजल टैंक में भी रिस्पना नदी का पानी भरा जाता है. लिहाजा, लोगों को गंदा पानी सप्लाई किया जा रहा है. लोगों को विभिन्न प्रकार की बीमारी होने का खतरा भी है. अमित ने बताया कि रिस्पना नदी के उद्गम स्थल मॉसी फॉल के ऊपरी इलाके में नगर पालिका द्वारा आईडीएच में कूडा निस्तारण को लेकर काम किया जा रहा है. बायो मीथेन प्लांट का भी निर्माण किया गया है. इससे निकलने वाली गंदगी और कूड़े को स्स्पिना नदी में डाला जा रहा है.
लोगों ने एसडीएम मसूरी से मांग करते हुए कहा कि मसूरी में रिस्पना नदी के उद्गम स्थल मॉसी फॉल में डाली जा रही गंदगी और सीवरेज को तत्काल प्रभाव से हटाया जाए. जिन लोगों द्वारा रिस्पना नदी को गंदा किया जा रहा है. उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाए.
एसडीएम मसूरी डॉ. दीपक सैनी ने गढ़वाल जल संस्थान और नगर पालिका परिषद के अधिकारियों को मॉसी फॉल में डाली जा रही सीवरेज और गंदगी की जांच कर जल्द रिपोर्ट सौंपने के साथ गंदगी डालने वाले लोगों को चिन्हित करने के निर्देश दिए हैं.
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