ख़बर रफ़्तार, ऊधमसिंह नगर: सिडकुल की नामी कंपनियों में कैटरिंग सर्विस देने वाली चार फर्मों पर राज्य कर विभाग की एसआईबी ने छापा मारा। कार्रवाई में बड़े पैमाने पर टैक्स में गड़बड़ी पकड़ी गई है। करीब पांच साल से फर्म सरकार को पांच फीसदी टैक्स दे रही हैं, जबकि फर्मों को 18 फीसदी का टैक्स देना है। विभागीय टीम टैक्स का आकलन कर रही है।
बृहस्पतिवार को राज्य कर विभाग की विशेष अनुसंधान शाखा (एसआईबी) ने अटरिया रोड पर दो और आवास विकास क्षेत्र में दो फर्मों पर छापा मारा। टीम ने सिडकुल पंतनगर की कंपनियों को दी गई कैटरिंग सर्विस सहित टैक्स संबंधी रिकाॅर्ड खंगाले। दो फर्म कैटरिंग सप्लाई जबकि दो फर्म कैटरिंग व मैनपावर सप्लाई की थीं। टीमों ने फर्म संचालकाें से टैक्स संबंधी जानकारी ली। बताया जा रहा है कि फर्म संचालकों की ओर से जीएसटी के शुरुआती सालों में 18 फीसदी टैक्स जमा किया था और फिर पांच फीसदी जमा करने लगे। एसआईबी की नजर पड़ी और करीब छह साल से की जा रही गड़बड़ी को पकड़ा। इस कार्रवाई में एक करोड़ से अधिक की टैक्स चोरी सामने आ सकती है।
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चार फूड सप्लायर फर्म पर सर्वे की कार्रवाई की गई है। फर्मों के दस्तावेजों को देखा जा रहा है और टैक्स की गड़बड़ी का आकलन किया जा रहा है। शुक्रवार को बची कार्यवाही करने के बाद पूरी जानकारी साझा की जाएगी। -विनय कुमार ओझा, डिप्टी कमिश्नर, राज्य कर विभाग
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