ख़बर रफ़्तार, थराली: मॉनसून सीजन आने में अब कुछ ही समय शेष है. लेकिन मॉनसून से पहले ही पहाड़ों में हो रही बारिश डराने लगी है. इन दिनों पहाड़ों में तेज आंधी, मूसलाधार बारिश से नदी नाले उफान पर आने लगे हैं. चमोली जिले में बहने वाली पिंडर नदी के किनारे बसे थराली के स्थानीय व्यापारियों और आवासीय मकानों के मालिकों को पिंडर नदी का भय अभी से सताने लगा है.
दरअसल, बीती बरसात में पिंडर नदी में जमे मलबे के कारण नदी ने वी आकार ले लिया है. इससे नदी दो भागों में बंट गई है. नदी का रुख आवासीय मकानों की तरफ है. इससे स्थानीय व्यापारियों की चिंता आने वाली बरसात को लेकर बढ़ रही है. दूसरी तरफ पिंडर नदी में जमा मलबा स्थानीय व्यापारियों और मकान मालिकों को खतरे का संकेत दे रहा है.
बुधवार को स्थानीय व्यापारियों और आवासीय मकान के मालिकों ने उपजिलाधिकारी थराली अबरार अहमद के माध्यम से जिलाधिकारी चमोली को ज्ञापन भेजा. ज्ञापन के जरिए 31 मई से पहले पिंडर नदी में जमा मलबे के निस्तारण करने की मांग की है. स्थानीय व्यापारियों ने 31 मई तक पिंडर नदी में जमा मलबे को न हटाने की सूरत में उग्र आंदोलन और धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी है.
वहीं उपजिलाधिकारी थराली अबरार अहमद ने स्थानीय व्यापारियों और मकान मालिकों की मांग पर जानकारी देते हुए कहा कि स्थानीय व्यापारियों ने ज्ञापन के माध्यम से पिंडर नदी में जमा मलबे को हटाने की मांग की है. जिस पर उनके द्वारा सिंचाई विभाग से मूल्यांकन के लिए तैयार जिलाधिकारी कार्यालय को भिजवाया जा चुका है. उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी के दिशा निर्देश और अनुमति के बाद पिंडर नदी में जमा मलबे को हटाने की कार्रवाई की जाएगी.
+ There are no comments
Add yours