ख़बर रफ़्तार, रुद्रप्रयाग: ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना की एक और निकास सुरंग बीते सोमवार को आर-पार हो गई। रुद्रप्रयाग जिले में खांकरा से डुंगरीपंथ के बीच बन रही यह निकास सुरंग 5.1 किमी लंबी है।
रेल विकास निगम के वरिष्ठ महाप्रबंधक राजेश कुमार ने बताया कि 16,216 करोड़ रुपये की लागत से निर्माणाधीन 125 किमी लंबी यह रेल परियोजना धीरे-धीरे पूर्णता की ओर बढ़ रही है। सोमवार को एक और बड़ी निकास सुरंग आर-पार हो गई। बताया कि ऋषिकेश से कर्णप्रयाग क बीच नौ पैकेज में कार्य चल रहा है।
निकास सुरंग के साथ बन रही मुख्य सुरंग भी जल्द आर-पार होगी। सुरंग निर्माण का कार्य कर रही कंपनी मैक्स इंफ्रा (आइ) प्रा.लि. के एचआर राजेंद्र भंडारी ने बताया कि आरवीएनएल, जिला प्रशासन व स्थानीय जनता के सहयोग से परियोजना पर कार्य तेजी से चल रहा है। प्रयास है परियोजना का कार्य जल्द से जल्द पूरा कर लिया जाएगा।
ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना पर एक नजर
- वर्ष 2019 में शुरू हुआ कार्य
- वर्ष 2025 तक पूर्ण करने का लक्ष्य 17 सुरंगों से होकर गुजरेगी इसमें से 105 किमी लाइन
- सबसे लंबी सुंरग 14.08 किमी (देवप्रयाग से जनासू के बीच)
- सबसे छोटी सुरंग 200 मीटर (सेवई से कर्णप्रयाग के बीच)
- 11 सुरंगों की लंबाई छह किमी से अधिक
- परियोजना के तहत वीरभद्र, योगनगरी ऋषिकेश, शिवपुरी, व्यासी, देवप्रयाग, जनासू, मलेथा, श्रीनगर (चौरास), धारी देवी, रुद्रप्रयाग (सुमेरपुर), घोलतीर, गौचर व कर्णप्रयाग (सेवई) में 13 स्टेशन बनने हैं।
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