उत्तराखंड में बारिश का कहर जारी, कुमाऊं मंडल में 87 सड़कें बंद, आवाजाही ठप होने से लोग परेशान

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ख़बर रफ़्तार, हल्द्वानी: कुमाऊं मंडल में हो रही भारी बरसात के चलते जहां जन जीवन प्रभावित हो रहा है. भारी बारिश से नदी-नाले उफान पर है. पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश के चलते लैंडस्लाइड की घटनाएं भी बढ़ रही हैं. सरकारी आंकड़ों के अनुसार कुमाऊं में 87 सड़कें बंद हैं, जिसमें पिथौरागढ़ जनपद की एक राष्ट्रीय राजमार्ग भी शामिल हैं. जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

आंकड़ों की बात करें तो पिथौरागढ़ जनपद में 27, चंपावत जनपद में 23 सड़कें बंद हैं, अल्मोड़ा जनपद में 8, बागेश्वर जनपद में 10 सड़कें बंद हैं, जबकि नैनीताल जनपद की 19 सड़कें बंद हैं. जारी रिपोर्ट के अनुसार पिथौरागढ़ जनपद में राष्ट्रीय राजमार्ग एक सड़क, जबकि बॉर्डर मार्ग की एक सड़क इसके अलावा 25 ग्रामीण मार्ग बंद हैं. इस बंद सड़कों में जिला मार्ग के अलावा ग्रामीण मार्ग शामिल हैं. डिप्टी कुमाऊं कमिश्नर जीवन सिंह नगन्याल ने बताया की सभी सड़क मार्ग खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं, पीडब्ल्यूडी और जिला प्रशासन की टीम सड़कों को खोलने में जुटी हुई है.

कुछ जगहों पर बारिश होने के चलते हैं, सड़क खोलने में देरी हो रही है. सड़क खोलने के लिए जेसीबी मशीनों को लगाया गया है और उम्मीद है कि शनिवार शाम या रविवार तक मार्ग खोल दिए जाएंगे.पिथौरागढ़ के धारचूला के दारमा, व्यास और चौदास घाटी जोड़ने वाली सड़क पांच दिनों से बंद होने से आवाजाही बाधित है.
रोंगती एसएसबी पोस्ट के पास सड़क धंस गई है. चीन सीमा पर बसे दारमा, व्यास चौदास घाटी के गांवों का संपर्क तहसील मुख्यालय से कट गया है. चंपावत जनपद टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्वांला के समीप सड़क पर भारी मलबा आया है. मलबा हटाने के बाद मार्ग पर आवाजाही सुचारू तो हो रही है, लेकिन बार-बार मलबा आने से सड़क बार-बार बंद हो रही है. जिसके चलते चंपावत पिथौरागढ़ मार्ग पर चलने वाले यात्रियों को फजीहत उठाना पड़ रही है.

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