इनकम टैक्स विभाग में नौकरी के नाम पर लाखों की ठगी करने का आरोप, देता था फर्जी नियुक्ति पत्र; केस दर्ज

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ख़बर रफ़्तार, उधम सिंह नगर:  काशीपुर में एक युवक ने चार लोगों पर इनकम टैक्स विभाग में नौकरी लगवाने के नाम पर 14.90 लाख की ठगी करने व रकम वापस मांगने पर झूठे केस में फंसाने की धमकी देने का आरोप लगाते हुए कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया है। नगर कोतवाली काशीपुर पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया है।

ग्राम रामपुर बलभद्र तहसील ठाकुरद्वारा, थाना-भगतपुर जिला मुरादाबाद निवासी अमनदीप सिंह ने कोर्ट को दिए प्रार्थना पत्र में बताया कि उसके पिता की ग्राम कुंडा निवासी मूलचंद, रामकिशोर, ग्राम-लालपुर पीपलसाना, थाना-ठाकुरद्वारा निवासी यशपाल सैनी व ग्राम-रतनपुरा, थाना-ठाकुरद्वारा निवासी कृपाल सिंह यादव से जान पहचान थी। कहा कि उसने कोरोना काल के दौरान उत्तराखंड पुलिस में यूपी चैक पोस्ट पर एसपीओ के पद पर पुलिस के साथ लगभग दो वर्ष तक कार्य किया था। उक्त लोगों ने उसे वहां ड्यूटी करते देखा था और उसके घर पर इनका आना-जाना लगा रहता था।

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आरोप लगाया कि इन लोगों ने उसके पिता को झांसे में लेकर उसकी इनकम टैक्स विभाग में नौकरी लगवाने की बात कही थी। इस दौरान 14 लाख 90 हजार रुपये मांगे। जिस पर उसके पिता ने उसके खाते से 6,75,000 रुपये व भाई मनेंदर के खाते से 1,80,000 रुपये मूलचंद के खाते में ट्रांसफर कर दिए। जबकि 6,35,000 रुपये नगद मूलचंद द्वारा भेजे गए। यशपाल सिंह व कृपाल सिंह ने रुपेंदर सिंह ग्राम बघेलेवाला के घर पर नगद प्राप्त किए।

उन्होंने कहा कि 16 नवंबर 2021 को उसको नियुक्ति पत्र लोअर डिवीजन क्लर्क का डाक द्वारा भेजा गया। जब उसकी जांच की गई तो पत्र फर्जी पाया गया। जब इसकी शिकायत उसके पिता ने आरोपियों से की तो मूलचंद, यशपाल सिंह, कृपाल सिंह व रामकिशोर उसके पिता को बताया गया कि यह पत्र किसी दूसरे अभ्यर्थी का था जिसमें आपके पुत्र का नाम भूलवश दर्ज हो गया था। कहा कि 2 फरवरी 2022 को उसके मोबाइल पर इनकम टैक्स इंस्पेक्टर का आईडी कार्ड आरटीओ नई दिल्ली भेजा। जब इसकी भी जांच की गई तो यह नियुक्ति पत्र भी फर्जी पाया गया।

इस दौरान उसके पिता की 26 सितंबर 2022 को हार्टअटैक से मृत्यु हो गई। इसके बाद जब उसने उक्त लोगों से अपनी रकम वापस मांगी तो आरोपी उसके परिवार को जान से मारने व झूठे केस में फंसाने की धमकी दी। कहा कि उसने इसकी शिकायत पूर्व में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक समेत मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी की लेकिन आज तक किसी भी प्रकार की कोई सुनवाई नहीं हुई। कोतवाली पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।

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