
ख़बर रफ़्तार, उत्तरकाशी: सरकारी संपत्ति की सुरक्षा को लेकर विभाग किस कदर आंख मूंदे हैं, उत्तराखंड जल विद्युत निगम लिमिटेड (यूजेवीएनएल) इसका प्रमाण है। राज्य के सीमांत उत्तरकाशी जिले में यूजेवीएनएल की जमीन खुलेआम ‘लुट’ रही है और निगम के अधिकारी अतिक्रमणकारियों के आगे नतमस्तक हैं।
‘सूचना का अधिकार’ अधिनियम के तहत मांगी गई जानकारी में यह स्याह हकीकत सामने आई। दैनिक जागरण की ओर से मांगी गई जानकारी में निगम ने बताया कि जिले में बाड़ाहाट नगर पालिका क्षेत्र के वार्ड नंबर आठ में उसकी आवासीय कालोनी है।
यहां 16 भवनों में पिछले कई वर्ष से अतिक्रमणकारी काबिज हैं। इनमें से आठ व्यक्ति बाहरी हैं और अवैध रूप से यहां रह रहे हैं। इसके अलावा छह व्यक्ति सिंचाई विभाग से सेवानिवृत्त होने के बाद भी कई वर्ष से आवास पर कब्जा किए हैं।
सिंचाई विभाग का एक कर्मचारी तो स्थानांतरण होने के बावजूद निगम का आवास खाली नहीं कर रहा, जबकि एक कर्मचारी के निधन के बाद उसका परिवार आवास पर कब्जा जमाए हुए है। निगम का कहना है कि इन सभी को कई बार आवास खाली करने का नोटिस दिया गया और रिमाइंडर भेजे गए, लेकिन कोई असर नहीं हुआ।
इसी तरह जोशियाड़ा, ज्ञानसू और मनेरा क्षेत्र में निगम की करीब एक हेक्टेयर भूमि पर 61 अतिक्रमणकारी काबिज हैं। इनमें से किसी ने पक्का मकान तो किसी ने दुकान बना ली है। एक व्यक्ति ने तो मनेरा क्षेत्र में निगम की 16 नाली से अधिक भूमि कब्जा रखी है। यहां भी निगम कार्रवाई के नाम पर सिर्फ कागज काले कर रहा है।
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