ख़बर रफ़्तार, देहरादून: उत्तराखंड में हाई प्रोफाइल होते जा रहे साहनी सुसाइड केस पर अब राजनीतिक रंग भी चढ़ने लगा है. अब तक कई वायरल ऑडियो के जरिए लोगों की जुबान पर रहने वाले इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी प्रतिक्रिया दी है. जिसके बाद राजनीतिक घमासान बढ़ गया है. त्रिवेंद्र सिंह रावत ने स्पष्ट किया है कि उत्तराखंड में लगातार विभिन्न विवादों में उनके नाम को घसीटा जा रहा है. साहनी आत्महत्या मामले में भी उनका नाम उछाला जा रहा है. उन्होंने इस पूरे प्रकरण की जांच किसी सिटिंग जज से कराये जाने की मांग की है.
इससे पहले इस मामले में गुप्ता बंधुओ की गिरफ्तारी हो चुकी है. मामले में आरोपी गुप्ता बंधुओं के खिलाफ पुलिस ने वित्तीय लेनदेन को लेकर एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट तक को भी पत्र लिख दिया है. खास बात यह है कि अब तक पैसों के लेनदेन से जुड़ा दिखने वाला बिल्डर्स का यह मामला राजनीति रंग भी ले रहा है. हाल ही में कुछ ऑडियो वायरल होने के बाद प्रकरण पर नए तथ्य भी सामने आ रहे हैं. इसी को लेकर एक दिन पहले ही पुलिस ने गुप्ता बंधुओं के डालनवाला स्थित घर पर भी कई साक्ष्य जुटाये थे. अब अपने राजनीतिक कार्यक्रमों से वापस देहरादून लौट के बाद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जिस तरह मामले पर बेबाक टिप्पणी की है. उससे इस हाई प्रोफाइल मामले में राजनीतिक भूचाल आना तय है.
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के मुताबिक प्रदेश में इससे पहले भर्ती प्रकरण पर भी उनकी छवि को खराब करने की कोशिश की गई थी. वह नहीं जानते कि यह किसी ने जानबूझकर किया या किसी के द्वारा करवाया गया, लेकिन जिसने भी इस तरह प्रकरण में गलत तथ्यों के साथ गुमराह करने का काम किया है ऐसे लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होनी ही चाहिए.
त्रिवेंद्र सिंह रावत काफी गुस्से में नजर आए. मुख्यमंत्री रहते हुए उनके कार्यकाल में गुप्ता बंधुओं को सुरक्षा दिए जाने का मामला उठाए जाने पर उन्होंने आपत्ति दर्ज करवाई. हालांकि, इस पूरे प्रकरण में कथित भाजपा नेता का नाम सामने आने के सवाल पर उन्होंने कन्नी काट ली.
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