ख़बर रफ़्तार, रामनगर: कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत ने सेव द स्नेक एंड वेलफेयर सोसाइटी के एक कार्यक्रम में शिरकत की. इस दौरान सोसाइटी द्वारा घरों से पकड़े गए 50 से अधिक विषैले सांपों को जंगल में छोड़ा. इस दौरान दीपक रावत ने श्रम विभाग के अधिकारियों को मजदूरों के लिए शौचालय और सोने के लिए ऊंचाई पर पलंग व बिस्तर की व्यवस्था करने के निर्देश दिए. साथ ही उन्होंने सेव द स्नेक एंड वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष सर्प विशेषज्ञ चंद्रसेन कश्यप के कार्यों की जमकर तारीफ की.
रामनगर पहुंचे कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत की मौजूदगी में सेव द स्नेक एंड वेलफेयर सोसाइटी द्वारा रेस्क्यू किए गए 50 से ज्यादा सांपों को जंगल में छोड़ा. इस दौरान आयुक्त दीपक रावत ने कहा कि इस बार सर्पदंश से कुमाऊं में 10 लोगों की मौत हो चुकी है, जो एक गंभीर मामला है. उन्होंने कहा कि सभी अस्पतालों में एंटी स्नेक वेनम पर्याप्त संख्या में रखने के निर्देश दिए गए हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अक्सर देखा गया है कि जो मजदूर काम करने के लिए आते हैं उनके लिए ना तो पर्याप्त शौचालय की व्यवस्था होती है और ना ही उनके रहने की कोई उचित व्यवस्था होती है. मजदूर जमीन पर सो कर रात बिताते हैं जो न्याय संगत नहीं है.
उन्होंने कहा कि इसके लिए श्रम विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि काम करने वाले श्रमिकों के लिए शौचालय की व्यवस्था और उनके सोने के लिए ऊंचाई पर पलंग व बिस्तर की व्यवस्था होनी चाहिए. ऐसा न होने पर उन्होंने कहा कि संबंधित ठेकेदार व बिल्डर के खिलाफ कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए गए हैं. कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत ने सांपों के संरक्षण को लेकर काम कर रही सेव द स्नेक एंड वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष सर्प विशेषज्ञ चंद्रसेन कश्यप की जमकर प्रशंसा की. कहा कि उनके द्वारा अब तक हजारों की संख्या में सांपों को रेस्क्यू किया जा चुका है और सर्पदंश का शिकार हुए हजारों लोगों की जान भी बचाई जा चुकी है, जो काफी सराहनीय है. उन्होंने कहा कि उनके स्तर से सोसाइटी को हर संभव सहयोग दिया जाएगा.