
खबर रफ़्तार, नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए पूर्वोत्तर की बाढ़ के लिए केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया और आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने असम को बाढ़ मुक्त बनाने का वादा किया था, लेकिन वे वादा पूरा नहीं कर पाए।
भारत के उत्तर पूर्वी राज्य इन दिनों बाढ़ और भारी बारिश से जूझ रहे हैं। इसके चलते उत्तर पूर्वी राज्यों में 40 के करीब लोगों की मौत हो चुकी है। इसे लेकर सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा। खरगे ने कहा कि उत्तर पूर्वी राज्यों में बाढ़ और भारी तबाही को देखते हुए प्रधानमंत्री मोदी पीएम केयर फंड के दरवाजे खोलेंगे। खरगे ने दावा किया कि पीएम केयर फंड में करोड़ों रुपये बिना ऑडिट के रखे हुए हैं। खरगे ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पीएम मोदी ने साल 2016 में असम को बाढ़ मुक्त प्रदेश बनाने का वादा किया था, लेकिन ऐसा लगता है कि भाजपा की डबल इंजन की सरकार ने असम को धोखा दिया है।
खरगे ने केंद्र सरकार पर लगाए वादा तोड़ने के आरोप
सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में खरगे ने लिखा कि उत्तर पूर्वी राज्य भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन से जूझ रहे हैं। असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, सिक्किम और मेघालय सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य हैं। बाढ़ और भूस्खलन के चलते लाखों लोगों प्रभावित हुए हैं। खरगे ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से इस मुश्किल घड़ी में लोगों की मदद करने की अपील की। खरगे ने लिखा कि ‘साल 2016 में भाजपा ने बाढ़ मुक्त असम बनाने का वादा किया था। 2022 में अमित शाह ने भी इस वादे को दोहराया। अब कथित स्मार्ट शहर गुवाहाटी की तस्वीरे देखकर लगता है कि मोदी जी और उनकी डबल इंजन की सरकार ने असम के साथ धोखा किया।’
पीएम केयर फंड से धन आवंटित करने की मांग
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि ‘मोदी सरकार को सभी उत्तर पूर्वी राज्यों के लिए फंड जारी करना चाहिए और खासकर असम के लिए ताकि बाढ़ के हालात से निपटा जा सके। मोदी जी पीएम केयर फंड से भी फंड आवंटित कर सकते हैं, जिसमें बिना ऑडिट के करोड़ों रुपये पड़े हैं।’ असम में बाढ़ से 10 लोगों की मौत हो चुकी है और 20 जिले बाढ़ की चपेट में हैं। इससे चार लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। निचले इलाकों और नदियों के तटीय इलाकों में हालात ज्यादा खराब हैं।
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने भी उत्तर पूर्वी राज्यों में बाढ़ और प्राकृतिक आपदा के हालात पर चिंता जताई। उन्होंने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में लिखा कि ‘असम, अरुणाचल समेत पूर्वोत्तर के राज्यों में भारी बारिश से हुई मौतों का समाचार अत्यंत दुखद है। लाखों लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। ईश्वर सभी की रक्षा करें। केंद्र और राज्य सरकारों से अपील है कि राहत एवं बचाव कार्यों में तेजी लाई जाए ताकि लोगों को कम से कम तकलीफ उठानी पड़े। कांग्रेस नेताओं एवं कार्यकर्ताओं से भी आग्रह करती हूं कि प्रभावित लोगों की यथासंभव मदद करें।’गृह मंत्री ने राज्यों के सीएम से की बात
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तर पूर्वी राज्यों के सभी मुख्यमंत्रियों और मणिपुर के राज्यपाल से फोन पर बात की है। उन्होंने हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है। सोशल मीडिया पर साझा पोस्ट में अमित शाह ने लिखा कि मोदी सरकार उत्तर पूर्व के लोगों के साथ इस मुश्किल घड़ी में मजबूती के साथ खड़ी है। मौसम विभाग ने उत्तर पूर्वी राज्यों में 5 जून तक बारिश का अनुमान जारी किया है। कुछ इलाकों में इस दौरान भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
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