ख़बर रफ़्तार, देहरादून: 12 मई को मदर्स डे 2024 है। हर साल मई के दूसरे रविवार को दुनिया भर में Mother’s Day के रूप में मनाया जाता है। मां से अपने प्यार का इजहार करने का.. अपनी जिंदगी में मां को उसकी अहमीयत बताने का… वो आपके लिए कितनी खास है.. ये एहसास कराने का ये बेहतरीन मौका है। आपकी भावनाओं को अलफाज़ देने के लिए आप कुछ प्रसिद्ध कवियों की रचनाओं का सहारा ले सकते हैं। मां पर तो ना जाने कितनी कविताएं, कितने शेर लिखे गए हैं। यहां कुछ चुनिंदा पंक्तियां प्रस्तुत की गई हैं।
माँ की ऊँगली पकड़कर घूमने जाने का मन किया।
– हरिवंश राय बच्चन
Best Lines for Mother
उंगलियाँ पकड़कर माँ ने मेरी मुझे चलना सिखाया है,
खुद गीले में सोकर माँ ने मुझे सूखे बिस्तर पे सुलाया है।
– हरिवंश राय बच्चन
खुद गीले में सोकर माँ ने मुझे सूखे बिस्तर पे सुलाया है।
– हरिवंश राय बच्चन
Mother’s Day Poem हिन्दी में
खिला-पिला के मुझको माँ मेरी, कभी भूखे पेट भी सोयी है।
– हरिवंश राय बच्चन
मां के लिए शायरी
मैं बताता हूं कभी पेड़ों से मत पूछना
जिसने अपनी कोख से औलाद जन्मी हो
उसे मत बताना
कि बर्दाश्त करना किसे कहते हैं
– मनोज मुंतशिर
Mother’s Day Shayari
जब भी कश्ती मिरी सैलाब में आ जाती है
माँ दुआ करती हुई ख़्वाब में आ जाती है
– मुनव्वर राना
मदर्स डे बेस्ट मैसेज
गलतियाँ करने पर भी माँ ने मुझे हमेशा प्यार से समझाया है।
– हरिवंश राय बच्चन
मदर्स डे शायरी
दुनिया के हर रिश्ते में कुछ अधूरा आधा निकलेगा
एक मां का प्यार है
जो दूसरों से 9 महीने से ज्यादा निकलेगा।
– मनोज मुंतशिर
Maa ke liye Kavita
कल सूरज सर पे पिघलेगा
तो याद करोगे कि
मां से घना कोई दरख़्त नहीं था
इस पछतावे के साथ कैसे जीओगे
कि वो तुमसे बात करना चाहती थी
और तुम्हारे पास वक्त नहीं था।
ठहर के ये सोचने का वक्त कहाँ है
कि माँ आज भी तुम्हारे इन्तजार में जागती है।
– मनोज मुंतशिर
हैप्पी मदर्स डे विश
चलती फिरती हुई आँखों से अज़ाँ देखी है
मैं ने जन्नत तो नहीं देखी है माँ देखी है– मुनव्वर राना
मां के लिए कविता
ये आईना हमें बूढ़ा नहीं बताता है
– मुनव्वर राना
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