खबर रफ़्तार लखनऊ : गाजीपुर में मुख्तार अंसारी के शव को दफनाने के दौरान बेकाबू हुई भीड़ और लगाए जा रहे नारेबाजी को लेकर जिलाधिकारी आर्यका अखौरी नाराज हो गई थीं। इसी बात को लेकर उनकी मुख्तार अंसारी के भाई और सांसद अफजाल अंसारी से बहस तक हो गई थी। इस घटना का विरोध राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के अध्यक्ष व पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने किया है।
उन्होंने कहा कि मुख्तार अंसारी के जनाजे में उमड़ी हुई भीड़ उनके लोकप्रियता की गवाह थी, जो प्रशासन के रोकने के बाद भी पहुंच गई थी। यही नहीं। जेल-अस्पताल में जो भी कुछ किया गया उसका ये विरोध था।