
खबर रफ़्तार, देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा सत्र: विधानसभा के मानसून सत्र के अंतिम दिन सदन में चंद्रयान-तीन की सफलता, सूर्य मिशन आदित्य-एल 1 को लेकर भी चर्चा हुई। इन अभियानों के लिए इसरो के विज्ञानियों और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को शुभकामनाएं दी गईं। इसके साथ ही जी-20 के तहत उत्तराखंड को तीन बैठकों की मेजबानी देने पर भी प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) और इनके सफल आयोजन के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) के प्रति आभार जताया गया।
संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल (Prem Chand Agrawal) ने चंद्र व सूर्य अभियानों के साथ ही जी-20 की बैठकों के मद्देनजर विज्ञानियों और प्रधानमंत्री मोदी के प्रति शुभकामनाएं व धन्यवाद का प्रस्ताव सदन में रखा।
चंद्रयान-3 की सफलतापूर्वक लैंडिंग की भी चर्चा
उन्होंने कहा कि यह पूरे देश के लिए गौरव का विषय है कि चंद्रयान-तीन (Chandrayaan-3) ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव में न केवल सफलतापूर्वक लैंडिंग की, बल्कि लैंडर विक्रम (Lander Vikram) ने चांद से जुड़े कई रहस्यों से पर्दा उठाया है। इसके साथ ही भारत विश्व का पहला देश बन गया, जिसने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव में लैंडिंग की। यही नहीं, अब आदित्य एल-वन सूर्य के रहस्यों से पर्दा उठाएगा।
चंद्र व सूर्य अभियानों से भारत ने बड़ी उपलब्धि की हासिल
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड (Uttarakhand) में जी-20 (G20) की तीन बैठकों के माध्यम से यहां की सभ्यता, संस्कृति से विदेश के लोग परिचित हुए हैं। भाजपा विधायक मुन्ना सिंह चौहान, विनोद चमोली, शिव खेड़ा, विनोद कंडारी, बृजभूषण गैरोला आदि ने कहा कि चंद्र व सूर्य अभियानों से भारत ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है। अंतरिक्ष विज्ञान मे में भारत नित नई ऊंचाइयां छू रहा है। यह प्रत्येक भारतीय के लिए गौरव की बात है।
चंद्र अभियानों में पूर्व प्रधानमंत्रियों व वैज्ञानिकों का भी रहा योगदान
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि न केवल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) बल्कि इसरो (ISRO) की स्थापना से लेकर अब तक के विज्ञानियों और पूर्व प्रधानमंत्रियों का भी चंद्र अभियानों में योगदान रहा है। उनकी भूमिका का भी उल्लेख होना चाहिए। भुवन चंद्र कापड़ी समेत अन्य कांग्रेस विधायकों ने भी कुछ इसी तरह से अपनी बात रखी।
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