ख़बर रफ़्तार, रुद्रप्रयाग: पहाड़ की शांत वादियों में भी हत्या की घटनाएं होने लगी हैं। बीते एक दशक में रुद्रप्रयाग जनपद में छह से अधिक हत्याकांड हो चुके हैं। जिनमें हत्यारोपी जेल की सजा भुगत रहे हैं। एक दशक पूर्व क्षेत्र में एक महिला ने अपने पति को कुल्हाड़ी से काट दिया था। तब महिला ने बताया था कि उसका पति रोज शराब पीकर मारपीट करता था।
ऐसे ही कुछ वर्ष पूर्व तल्ला नागपुर क्षेत्र और चंद्रनगर क्षेत्र में भी दो महिलाओं ने अपने शराबी पतियों को मौत के घाट उतार दिया था। वहीं वर्ष 2017 में जखोली ब्लॉक के जयंती गांव में घर में अकेली रह रही एक महिला की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी।
हत्यारोपी ने घटना को हादसे का रूप देने के लिए पूरा प्रपंच रचा था। इस घटना के लगभग दो वर्ष बाद ही क्षेत्र के लिस्वाल्टा गांव में भी महिला की दर्दनाक हत्या कर शव को घर के पीछे छिपा दिया गया था। इन दोनों हत्याकांड का आरोपी एक ही व्यक्ति था, जो अब जेल में है।
इसी वर्ष 31 अगस्त को जिला मुख्यालय रुद्रप्रयाग से लगे अमसारी में एक व्यक्ति ने तमंचे से फायर कर अपनी पत्नी की हत्या कर दी थी। आरोपी दिल्ली का रहने वाला था और मायके में रह रही पत्नी को मारने के मकसद से यहां आया था। इसी वर्ष मई माह में केदारघाटी के एक गांव में एक युवक द्वारा जंगल गई महिला की पत्थर से वार कर हत्या कर दी गई थी।
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