ख़बर रफ़्तार, देहरादून: जौनसार बावर के किसानों ने अब अन्य फसलों की बजाय लहसुन की खेती पर फोकस कर दिया है। जिसकी मुख्य वजह मंडी में लहसुन के अच्छे दाम मिलना है। पिछले दो साल से किसान लहसुन की खेती कर आर्थिकी मजबूत कर रहे हैं।
पिछले साल ग्रामीणों को लहसुन के रेट 200 रुपये किलो तक मिले थे। लहसुन किसान पूरण सिंह तोमर, अमर सिंह, दिनेश सिंह, प्रेम सिंह, नारायण सिंह, नीटू, संदीप तोमर, चमन सिंह, खजान सिंह तोमर, मातबर सिंह, वीरेंद्र तोमर, रतन सिंह आदि का कहना है कि जौनसार बावर के किसानों ने कृषि में अब अनेक बदलाव करके अपनी आर्थिकी को सुदृढ़ करना शुरू कर दिया है।
कोठा तारली गांव कर रहे सबसे ज्यादा खेती
वैसे तो जौनसार बावर के हर गांव में लहसुन की खेती हो रही है, लेकिन सबसे ज्यादा लहसुन की खेती इस बार कोठा तारली गांव के किसानों ने की है, क्योंकि पिछले एक दो साल से लहसुन की खेती में अच्छा मुनाफा हुआ है। हर परिवार को एक लाख से करीब चार लाख रुपये तक की आमदनी हुई है।
किसानों ने दी ये प्रतिक्रिया
लहसुन की खेती से मालामाल हुए किसानों का कहना है कि लहसुन की खेती फायदे का सौदा है। लहसुन की फसल को जानवरों से भी कम खतरा रहता है। फसलों में बीमारी आने का खतरा भी कम है। उन्होंने कहा कि इस साल जब समय से वर्षा नहीं हुई थी, तो किसान काफी चिंतित थे, लेकिन अब वर्षा होने से लहसुन की फसल लहलहा रही है।
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