
खबर रफ़्तार, पीलीभीत: पीलीभीत के न्यूरिया इलाके में बाघ के हमले से इंसानों की मौत का सिलसिला जारी है। बृहस्पतिवार को सुबह-सुबह बाघ ने एक महिला की जान ले ली। एक अन्य महिला व किशोर को घायल कर दिया। दो घंटे के अंतराल में हुई घटनाओं से इलाके में दहशत है।

पीलीभीत के न्यूरिया इलाके में दो किसानों की जान लेने वाले बाघों ने फिर आतंक फैला दिया। बृहस्पतिवार सुबह दो घंटे के अंतराल में बाघ ने अलग-अलग जगहों पर दो महिलाओं समेत तीन ग्रामीणों पर हमला कर दिया। इनमें मंडरिया गांव निवासी 50 वर्षीय तृष्णा की मौत हो गई। वह सुबह-सुबह खेत पर गई थीं, तभी बाघ ने उन्हें दबोच ले गया। उनका शव खेत से बरामद हुआ। इस घटना से 15 मिनट पहले मंडरिया के ही युवक नीलेश पर बाघ ने हमला किया। नीलेश करीब 10 मिनट तक बाघ से लड़ता रहा। ग्रामीणों के शोर मचाने पर बाघ उसे छोड़कर भाग गया।
मंडरिया से पहले सहजनिया और अनवरगंज गांवों में दूसरा बाघ देखा गया है। इस बाघ ने सुबह करीब छह बजे सहजनिया गांव निवासी मीना (50 वर्ष) पर हमला कर दिया। वह खेत पर जा रही थीं, तभी गन्ने के खेत से निकले बाघ ने उन्हें दबोच लिया और 20 मीटर तक खींच ले गया। ग्रामीणों के शोर मचाने पर छोड़कर भाग गया। हमले से मीना गंभीर घायल हो गईं। उनकी पीठ में गहरा घाव हुआ है। घायल अवस्था में उनको तत्काल अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका उपचार चल रहा है।
मंडरिया गांव में महिला की मौत के बाद ग्रामीणों में आक्रोश है। सूचना मिलते ही डीएम ज्ञानेंद्र सिंह और एसपी अभिषेक यादव फोर्स के साथ गांव पहुंच गए। वन विभाग की टीमें भी गांव में मौजूद हैं। इलाके में बाघों की तलाश तेज कर दी गई है, लेकिन बाघ लगातार चकम दे रहा है।
सहजनिया और अनवरगंज के खेतों और सड़क पर घूमते बाघ का ग्रामीणों ने वीडियो भी बनाया है। ग्रामीणों का कहना है कि इलाके में दो बाघ है। लगातार हो रहे हमलों से ग्रामीणों में वन विभाग की कार्यशैली को लेकर रोष है। ग्रामीण मांग कर रहे हैं कि बाघ की लगातार बढ़ रही चहलकदमी को गंभीरता से लेते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं। हमले की सूचना मिलते ही पुलिस और वन विभाग की टीमें मौके पर पहुंचीं। डिप्टी रेंजर शेर सिंह ने कहा कि इलाके में निगरानी की जा रही है। फिलहाल इलाके में बाघ का खौफ इस कदर फैला है कि लोग घरों में कैद हो गए हैं।

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