ख़बर रफ़्तार, अमृतसर : जन्मोत्सव पर आज मां बगलामुखी के मंदिरों में भव्य तैयारियां की गई। महानगर में सिद्ध पीठ श्री पितांबरा बगलामुखी मंदिर को 700 किलो के रंग बिरंगे फूलों के साथ सजाया गया। मंदिर परिसर जेब्रा, आर्चिड, जिप्सी, रजनीगंधा, गेंदा, फ्लॉवर तथा अन्य कई तरह के फूलों के साथ अपनी महक देगा।
वीरवार की सुबह पूरी धार्मिक परंपरा के अनुसार मां बगलामुखी का शाही स्नान जड़ी बूटियां के साथ किया गया, उसके बाद भव्य शृंगार किया गया। मां को सुंदर परिधान शृंगार किया जाएगा। श्री बगलामुखी देवी जी का प्राकट्य दिवस पर सिद्ध पीठ श्री पीतांबर बगला भय हरनी मंदिर नजदीक श्री लक्ष्मी नारायण आयुर्वेदिक कॉलेज झब्बाल रोड में प्रात से ही भक्तों की भीड़ उमड़ना शुरू हो गई
पूरे दिन होगा भंडारा
रात को मां के दरबार में विक्की तिवारी तथा उनके सती मां के पक्के भजन का गुणगान करेंगे। इसके अलावा बंसी महक, राजीव भाटिया, वैष्णव चंद्र अवस्थी, लकी एंड पार्टी तथा अन्य कई भजन मंडलियों द्वारा मां भगवती का गुणगान करेंगी। सायं 5:15 बजे मां जी को विशेष भोग लगाया जाएगा। साय 7 बजे महाआरती होगी। पूरा दिन भंडारा लगाया जाएगा। इस अवसर पर कई संत महापुरुष शामिल होगा।
भक्तजनों को आशीर्वाद देंगे। मंदिर को रंग बिरंगी लाइटिंग के साथ सजाया गया है। इसके अलावा फूलों से सजावट की गई है। यह पंजाब का पहल मंदिर है जहां होती है उपासना मां बगलामुखी मंदिर पंजाब का पहला मंदिर है, जहां मुख्य रूप से मां बगलामुखी जी की उपासना होती है। यहां जो हवन कुंड है वह मंत्रों द्वारा जागृत किया गया है जो कि करीब छह साल से अखंड जग रहा है, यहां शिवलिंग भी पीले स्वरूप में है।
इस मंदिर में हमेशा ही हवन यज्ञ होता रहता है, जो भी भक्त सच्चे मन से मां की पूजा करता उस पर मां प्रसन्न होती हैं और उसे विजय प्रदान करती हैं। इसके अलावा सिद्ध पीठ माता लाल देवी भवन तथा अन्य मंदिरों में भी मां बगलामुखी जी का जयंती महोत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया जाएगा।
मां के दरबार में मेंहदी रस्म अदा की गई
मेहंदी रस्म अदा की गई मां बगलामुखी जयंती महोत्सव के उपलक्ष्य में भक्तों द्वारा मां के दरबार में मेहंदी रस्म अदा की गई। महिलाओं ने मां के नाम की मेहंदी हाथों में लगाई तथा मां का गुणगान किया।
महंत दुर्गा दास जी ने कहा कि मां के दरबार में जो भी सच्चे मन से हाजिरी भरता है। उसकी सभी मनोकामना पूरी होती है। इस अवसर पर बहन आदर्श देवी, मानसी, सुमन सानिया, श्रद्धा, भूमि, प्रिया, आशा रानी, सिमरन, रूपाली तथा अन्य भक्तजन शामिल थे।