
खबर रफ़्तार, उत्तराखंड: तीन दिनों में जलभराव, भूस्खलन होने के साथ नदी-नालों का जलस्तर बढ़ सकता है। ऐसे में दिन के साथ रात के समय भी अधिक सतर्क रहें और नदी-नालों के आसपास जाने से परहेज करें।
बीते कुछ दिनों से उत्तराखंड में मानसून पूरी तरह से सक्रिय है। आज से अगले तीन दिन तक प्रदेश के सात जिलों में भारी से भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। जबकि अन्य कई जिलों में भी तेज दौर की बारिश के आसार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि 29 जून से लेकर एक जुलाई तक दून समेत टिहरी, पौड़ी, चम्पावत, हरिद्वार, नैनीताल और ऊधमसिंह नगर जिले के कुछ इलाकों में भारी से भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है।
जबकि रुद्रप्रयाग, चमोली, उत्तरकाशी, पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिले के भी कुछ हिस्सों में कई दौर की भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। लोगों को हिदायत देते हुए उन्होंने कहा कि इन तीन दिनों में जलभराव, भूस्खलन होने के साथ नदी-नालों का जलस्तर बढ़ सकता है। ऐसे में दिन के साथ रात के समय भी अधिक सतर्क रहें और नदी-नालों के आसपास जाने से परहेज करें। इसके अलावा आवश्यक न हो तो पर्वतीय इलाकों में यात्रा करने से बचें।
मलबा आने से बदरीनाथ हाईवे समेत 72 से ज्यादा मार्ग बंद
बदरीनाथ हाईवे पार्थाडीप और सिरोहबगड़ में देर रात से बंद चल रहा है। सोनला में दलदल होने से यात्रियों के वाहन फंस रहे हैं। कर्णप्रयाग नैनीताल हाईवे रन्डोली के पास गदेरे में मलबा आने से बंद हो गया है। इस दौरान हाईवे के दोनों ओर काफी संख्या में लोग फंस गए है। कई लोग मलबे से ही होकर सड़क पार कर रहे हैं। यमुनोत्री हाईवे पालिगाड, कुथनोर, झाझरगड के पास और गंगोत्री हाईावे नेताला बिशनपुर, लालढांग, नालूणा में बाधित हुआ है।
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