विद्यालयों का किया गया निरीक्षण
28 अगस्त, 23 व 13 अप्रैल, 24 को प्राथमिक विद्यालय अमृतपुर, विकास खंड चंडौस का निरीक्षण किया गया। अनियमितताओं पर प्रधानाध्यापक हबीव अहमद को दो दिन में स्पष्टीकरण उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए थे। स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं पाया गया। उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।
विद्यार्थियों की उपस्थित कम रहने, एमडीएम का सैंपल उपलब्ध न कराने, किचिन शेड में गंदगी मिलने, तीन माह से फल वितरण न होना, टेबलेट विद्यालय में न मिलना, एमडीएम पंजिका न मिलना, आदि अनियमितताएं मिली थीं।
तीन अप्रैल को कंपोजिट विद्यालय सांकरा, विकास खंड बिजौली का निरीक्षण किया गया। अनियमितताओं पर प्रभारी प्रधानाध्यापक मोहम्मद मुस्तकीम से स्पष्टीकरण मांगा गया था, जो संतोषजनक नहीं था। दो सदस्यीय टीम ने जांच की, जिसमें मुस्तकीम दोषी पाए गए। उन्हें निलंबित कर दिया। शिक्षण कार्य न कर प्राइवेट डाक्टरी करना, 14 आकस्मिक अवकाशों से अधिक 18 अवकाश का उपयोग करना, विद्यालय परिसर में गंदगी आदि अनियमितताएं मिली थीं।
तीन अप्रैल को प्राथमिक विद्यालय हारुनपुर खुर्द, विकास खंड बिजौली का निरीक्षण किया गया। अनियमितता पर प्रधानाध्यापक पराग सक्सेना को कारण बताओ नोटिस दिया। जवाब संतोषजनक नहीं था। दो सदस्यीय टीम की जांच में वह दोषी पाए गए। उन्हें निलंबित कर दिया।
हस्ताक्षर कर किसी न किसी बहाने से चले जाना, फ्लूट लगाकर अवकाशों के साथ छेड़छाड़, विद्यालय में गंदगी आदि अनियमितताएं मिलीं। 16 मई को विशनपुर, साथा, चिरौली, चांदपुर सहित अन्य स्कूलों में निरीक्षण किया गया। अनुपस्थित मिले नौ शिक्षा मित्र व शिक्षकों का वेतन रोकने के आदेश दिए हैं।
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