ख़बर रफ़्तार, चंपावत: इस वर्ष पहाड़ हिमपात को तरस गए हैं। वर्षा भी नहीं हो रही। ऐसे में न्यूनतम तापमान पिछले वर्षों के स्तर तक नहीं पहुंचा है। जनवरी में आने वाले दिनों में भी वर्षा व हिमपात की खास संभावना नहीं है। ऐसे में यह शीतकाल पिछले वर्षों की तुलना में सबसे कम ठंडा रह सकता है।
बीते 10 वर्षों में कोई भी जनवरी ऐसी नहीं बीती जब तापमान शून्य से नीचे नहीं न पहुंचा हो। सबसे कम -0.3 डिग्री तापमान 2023 में रहा था। इस बार मुक्तेश्वर में तापमान शून्य के स्तर तक नहीं पहुंचा है।
बुधवार को मुक्तेश्वर का पारा 1.6 डिग्री सेल्सियस रहा। दूसरी ओर मैदानी क्षेत्र में 2017 सर्वाधिक सर्द रहा था। 12 जनवरी 2017 को पंतनगर का न्यूनतम तापमान -0.8 डिग्री सेल्सियस पहुंचा था। बुधवार को पंतनगर का तापमान 4.5 डिग्री रहा।
10 वर्षों में जनवरी की ठंड
- वर्ष – तापमान
- 2014 – 2.0
- (19)2017 – 2.3
- (30)2016 – 2.0
- (20) 2017- 3.2
- (12) 2018 – 3.2
- (24) 2019 – 2.5
- (28) 2020 – 2.7
- (30) 2021 – 1.2
- (30) 2022 – 2.7
- (28) 2023 – 0.3
बुधवार को चंपावत में छाए रहे बादल
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार बुधवार को ऊंचाई वाले जिलों में अधिकतर जगहों पर बादल छाए रहे। चंपावत में सुबह आसमान साफ था। पूर्वाह्न 11 बजे बादल छाने शुरू हुए। अपराह्न बाद भी बादल छाए रहे। अपराह्न तीन बजे तक वर्षा नहीं हुई थी। चंपावत जिला मुख्यालय का न्यूनतम तापमान 4.4 डिग्री सेल्सियस रहा।
इस वजह से नहीं हो रहा हिमपात
पश्चिमी विक्षोभ नियमित अंतराल पर आए हैं। इस बार विक्षोभ काफी कमजोर रहे। जिस कारण वर्षा व हिमपात में काफी कमी देखने को मिली है। 23 जनवरी तक वर्षा व हिमपात को लेकर खास संभावना भी नहीं है। -बिक्रम सिंह, निदेशक, मौसम विज्ञान केंद्र, देहरादून
+ There are no comments
Add yours