ख़बर रफ़्तार, हल्द्वानी: गिरफ्तारी के बाद नैनीताल जेल भेजे गए बनभूलपुरा उपद्रव के मुख्य साजिशकर्ता अब्दुल मलिक अब चार दिन पुलिस कस्टडी में रहेगा। पुलिस ने सवालों की लिस्ट तैयार कर ली है। आठ फरवरी को हुई घटना और इसमें शामिल लोगों से जुड़ी हर कहानी का राज मलिक से उगलवाने की कोशिश होगी।
गिरफ्तारी के दिन छह घंटे हुई थी पूछताछ
शनिवार को गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने मलिक से करीब छह घंटे तक सवाल किए थे। सूत्रों की मानें तो कई सवालों को लेकर उसने चुप्पी साध ली थी। जिसके बाद तय हुआ कि सोमवार को पुलिस रिमांड के लिए न्यायालय में प्रार्थनापत्र दाखिल किया जाएगा। आठ फरवरी को किसी को उम्मीद नहीं थी कि हालात इस तरह बिगड़ जाएंगे।
उपद्रवियों ने थाने में आगजनी करने के साथ दर्जनों दोपहिया समेत सरकारी वाहनों को भी जला डाला था। पत्थर और पेट्रोल बम बरसाए जा रहे थे। अतिक्रमण ध्वस्त करने के बाद टीम किसी तरह जान बचाकर बाहर निकली। हालात बता रहे थे कि हमला पूरी तरह सुनियोजित था।
ऐसे में मलिक की संपत्ति कितनी है, मलिक घटना के दिन कहां था, क्या उसने उपद्रव के लिए फंडिंग की, लोगों को उसने कैसे भड़काया आदि सवालों के जवाब मिलने अभी बाकी हैं। इन तमाम सवालों के जवाब अब मलिक को देने होंगे।
मलिक के बेटे की तलाश अभी जारी
बनभूलपुरा प्रकरण में पुलिस ने अब्दुल मलिक के बेटे मोईद को भी आरोपित बनाया था। वह वांछितों की सूची में शामिल है। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है। एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा ने बताया कि मोईद की तलाश जारी है। जल्द उसे भी पकड़ लिया जाएगा।