ख़बर रफ़्तार, बरेली: बरेली में साइबर अपराध व आईटी एक्ट के मुकदमों की विवेचना के लिए चार इंस्पेक्टरों को सीओ कार्यालयों से संबद्ध किया गया है। वह देहात के उन थानों से जुड़े आईटी मामलों की विवेचना करेंगे, जहां उप निरीक्षक प्रभारी हैं।
जिले के कुछ थानों में दरोगा ही थानाध्यक्ष हैं। ऐसे थानों में साइबर अपराध व आईटी एक्ट से संबंधित मामलों की विवेचना को लेकर दिक्कतें आ रही थीं। दरअसल, इस तरह के अपराध की विवेचना इंस्पेक्टर ही कर सकते हैं। इन थानों में इंस्पेक्टरों की तैनाती से वरिष्ठता क्रम गड़बड़ाने का खतरा था।
दरोगा के अधीन काम करने में इंस्पेक्टर असहज हो सकते थे। अब एसएसपी ने इस समस्या का समाधान कर दिया है। उन्होंने पुलिस लाइन से इंस्पेक्टर अमर सिंह को फरीदपुर सीओ कार्यालय में तैनाती दी है, जहां से वह भुता थाने के साइबर अपराध की विवेचना करेंगे।
पुलिस लाइन के ही इंस्पेक्टर उदयवीर नवाबगंज सीओ कार्यालय में बैठकर क्योलड़िया थाने के मामले, क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर सुरेंद्र पाल सिंह अब बहेड़ी सीओ कार्यालय से शेरगढ़ के साइबर मामलों की और पुलिस लाइन के इंस्पेक्टर मदनपाल सिंह आंवला सीओ कार्यालय में तैनात रहकर अलीगंज के साइबर मामलों की विवेचना करेंगे।
एंटी गो तस्करी सेल प्रभारी के रहे इंस्पेक्टर राकेश कुमार सिंह को भमोरा थाने का इंस्पेक्टर क्राइम बनाया गया है। पुलिस लाइन से इंस्पेक्टर विनोद त्यागी को एंटी गो तस्करी सेल का प्रभारी बनाया गया है।