कॉर्बेट आने का है प्लान तो पढ़ लें ये खबर, नहीं तो हो सकता है भारी नुकसान, रिफंड से जुड़ा है मामला

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ख़बर रफ़्तार, रामनगर: जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में डे सफारी करने के लिए आने वाले सैलानी मानसून देखकर ही डे सफारी के लिए आएं, क्योंकि अगर भारी बारिश से नदी-नाले उफान पर आते हैं और सफारी कैंसिल होती है, तो अब आपको रिफंड वापस नहीं मिलेगा. इस संबंध में विभागीय बेवसाइट पर डे सफारी कैसिंल होने पर रिफंड वापस नहीं होने की सूचना स्पष्ट रूप से दे दी गई है.

कॉर्बेट पार्क में नाइट स्टे भी बंद: बता दें कि विश्व प्रसिद्ध जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क का सबसे चर्चित जोन ढिकाला पर्यटन जोन 15 जून और बिजरानी जोन 30 जून को पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया है. साथ ही पर्यटकों की सुरक्षा के चलते और मानसून सीजन को देखते हुए कॉर्बेट पार्क में 15 जून से नाइट स्टे भी बंद कर दिया जाता है, जो हर साल अक्टूबर में पुनः सुचारु किया जाता है.

एडवांस बुकिंग कैंसिल होने पर नहीं मिलेगा रिफंड: कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक दिगंत नायक ने बताया कि अभी कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में एडवांस बुकिंग कैंसिल होने पर रिफंड का कोई भी प्रावधान नहीं है. हमारी बुकिंग वेबसाइट पर भी साफ लिखा गया है कि बुकिंग कैंसिल होने पर रिफंड वापसी नहीं होगी. उन्होंने कहा कि अत्यधिक वर्षा होने के चलते पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर हमें सफारी एकाएक बंद करनी होती है, उस दौरान रिफंड वापसी का कोई भी प्रावधान नहीं है. यानी अब सैलानियों को अपने ही रिस्क पर डे सफारी के आना होगा और बुकिंग करनी होगी.

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