
खबर रफ़्तार, नैनीताल: उत्तराखंड हाईकोर्ट ने उत्तराखंड क्रिकेट बोर्ड में कथित तौर पर अनियमितताओं के खिलाफ दायर याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई की। न्यायमूर्ति राकेश थपलियाल की एकलपीठ ने सचिव खेल अमित सिन्हा को निर्देश दिए कि 24 घंटे के भीतर हल्द्वानी और देहरादून के खेल स्टेडियम को खोलें ताकि खिलाड़ियों को प्राइवेट स्टेडियम में न जाना पड़े। दोनों स्टेडियम सुबह 6:00 बजे से लेकर रात 8:00 बजे तक खुले रहने चाहिए ताकि खिलाड़ी वहां पर नियमित अभ्यास कर सकें।
पीठ ने खेल सचिव को यह भी निर्देश दिए कि वे राज्य सरकार के सामने यह भी समस्या रखें कि मैदानी क्षेत्रों के अलावा पहाड़ी क्षेत्रों में भी बच्चों के शारीरिक विकास के लिए स्टेडियम बनाएं। प्रदेश के कई प्रतिभावान खिलाड़ी साधन नहीं होने की वजह से वंचित हैं, जो साधन उपलब्ध हैं उन पर ताला लगा हुआ है इसलिए इसे तुरंत खोला जाए। कोर्ट ने खेल एसोसिएशन से कहा है कि जो भी खेल आप करना चाहते हैं, उसकी लिस्ट सचिव खेल को दें। सचिव उस पर निर्णय लेकर स्टेडियम को मुहैया कराएंगे। स्टेडियम के कार्यकर्ता उसकी देखभाल में होने वाले खर्चें को वसूल करें। साथ में, एसोसिएशन से यह भी अनुबंध करें कि जो नुकसान खेल के दौरान मैदान को होता है उसकी भरपाई खेल कराने वाली संस्था से वसूल करें। हर खेल का कोच मैदान में होना चाहिए। सुनवाई के दौरान खेल सचिव अमित सिन्हा कोर्ट के वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से पेश हुए। उन्होंने कोर्ट को अवगत कराया कि कोर्ट के आदेश पर शनिवार तक खिलाड़ियों के लिए दोनों स्टेडियम खोल दिये जाएंगे ताकि उन्हें बाहरी स्टेडियमों का रुख न करना पड़े। मामले की सुनवाई के बाद कोर्ट ने अगली सुनवाई हेतु जुलाई प्रथम सप्ताह की तिथि नियत की है।
मामले के अनुसार देहरादून निवासी संजय रावत ने याचिका में आरोप लगाया कि उत्तराखंड क्रिकेट एसोसिएशन में क्रिकेट खेल कराने के लिए करीब 12 करोड़ के सरकारी धन का दुरुपयोग किया है। जो सुविधा खिलाडी को मिलनी चाहिए थी वह उसे नहीं मिली। आरोप है कि एसोसिएशन ने खिलाड़ी के पेट केलों से भर दिए। केलों का जो बिल दिखाया गया वह 35 लाख रुपये का था। यही नहीं, एसोसिएशन ने उनके खाने के नाम पर करोड़ो रुपये का घोटाला किया है जबकि उस हिसाब से खेल हुए ही नहीं इसलिए इसकी जांच कराई जाए। आरोपों के साथ दावा किया गया कि अभी तक 12 करोड़ रुपये का दुरुपयोग एसोसिएशन द्वारा किया गया है, उसकी ऑडिट रिपोर्ट आ चुकी है।
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