ख़बर रफ़्तार, हल्द्वानी : बनभूलपुरा थानाक्षेत्र निवासी एक महिला ने पति व ससुरालियों पर मारपीट और दहेज उत्पीड़न के मामले में प्राथमिकी दर्ज करवाई है।
पीड़िता के अनुसार, पति ने उसे तीन तलाक बोलकर अपनाने से इन्कार कर दिया। उसने जब विरोध करते हुए कहा कि तीन तलाक तो भारत सरकार ने खत्म कर दिया है तो आरोपित ने जवाब दिया कि वह तो शरीयत के हिसाब से ही चलेगा।
वहीं, पुलिस मामले की जांच में जुटी है। बनभूलपुरा निवासी महिला ने पुलिस को सौंपी तहरीर में कहा कि बिजनौर के नहटोर निवासी सलीम से मार्च 2018 में उसका निकाह हुआ था, मगर ससुराल पहुंचने के अगले दिन से ही पति, सास और ससुर दहेज को लेकर उत्पीड़न करने लगे। फिर गर्भवती होने पर पांच लाख रुपये लाने का दबाव बनाकर घर से बाहर कर दिया।
बेटी के जन्म के बाद फिर से परेशान किया
मामला पुलिस के पास पहुंचा तो समझौता कर ससुराली साथ रखने के लिए राजी हो गए, लेकिन दिसंबर 2018 में बेटी के जन्म के बाद फिर से परेशान करना शुरू कर दिया।
ससुराली अक्सर पिता से पांच लाख रुपये लाने का दबाव बनाते थे। इसके बाद मामला हल्द्वानी महिला समाधान केंद्र में पहुंचा, जहां एक बार फिर से सुलह हुई तो महिला बिजनौर चली गई। इस बीच अगस्त 2020 में उसने दूसरी बेटी को जन्म दिया तो ससुराली दोबारा उत्पीड़न में जुट गए।
महिला के अनुसार, अक्टूबर 2023 में उसकी बहन की शादी में शामिल होने के लिए पिता रियासत उसे लेने बिजनौर आए थे, जिसके बाद उसके जेवर को लेकर पति और ससुर ने पिता से मारपीट की। बीच-बचाव करने पर देवर नफीस ने उसे भी पीटा।
जबकि पति ने तीन तलाक कहते हुए उसे बाहर निकाल दिया। जिस पर पीड़िता ने कहा कि भारत सरकार ने तीन तलाक का सिस्टम खत्म कर दिया है। मगर पति ने ये कहकर उसकी बात को अनसुना कर दिया कि हम शरीयत से चलने वाले लोग है न कि भारत सरकार से। अब पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
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