ख़बर रफ़्तार, चंडीगढ़: पंजाब में गैंगस्टरों के लिए अब कोई जगह नहीं। अगर कोई कानून को अपने हाथ में लेने की कोशिश करना चाहता है तो उसे याद रखना चाहिए कि गैंगस्टरों को अब राजनीतिक संरक्षण नहीं मिलता है। ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई होगी। यह बात मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अपने एक्स अकाउंट में एक पोस्ट में कही है।
वीरवार को मोहाली में मुठभेड़ के बाद दो गैंगस्टरों की गिरफ्तारी की जानकारी भी मान ने साझा की है। वीरवार को न्यू मुल्लांपुर में गैंगस्टरों व पुलिस के स्पेशल सेल के बीच मुठभेड़ हुई थी।
इसका नेतृत्व अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजीपी) रैंक के एक पुलिस अधिकारी करते हैं। इस टास्क फोर्स का उद्देश्य संगठित अपराध को खत्म करना और राज्य में कानून व्यवस्था सुनिश्चित करना है।
इसके लिए मान सरकार पंजाब पुलिस की दक्षता सुनिश्चित करने के लिए पुलिस विभाग को अपेक्षित जनशक्ति, नवीनतम उपकरण और सूचना प्रौद्योगिकी भी प्रदान कर रही है। इसी का परिणाम है कि मान सरकार के कार्यकाल में एजीटीएफ की ओर से अब तक 1,013 गैंगस्टर जहां गिरफ्तार किए गए हैं, वहीं 11 गिरोह का बिल्कुल सफाया कर दिया गया है।
एक हजार से ज्यादा हथियार बरामद
इसके अलावा गैंगस्टरों से अब तक 1,025 हथियार भी बरामद किए जा चुके हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारें प्रदेश में नशे के कारोबार और गैंगस्टरों को संरक्षण देती थीं, लेकिन हमारी सरकार में ऐसे किसी भी आरोपित को बख्शा नहीं जाएगा।
राज्य सरकार हर कीमत पर पंजाब में शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है। किसी को भी राज्य की शांति को भंग करने की इजाजत नहीं दी जाएगी।
आप सरकार का पहले दिन से ही गैंगस्टरवाद के खिलाफ कड़ा रुख रहा है और सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता राज्य से गैंगस्टरों व नशे की समस्या को खत्म करना है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने राज्य के लोगों को आश्वासन दिया कि हम पंजाब को एक शांतिपूर्ण, समृद्ध और प्रगतिशील राज्य बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।