जल रहे जंगल, विभाग कह रहा 24 घंटे में कुमाऊं में एक घटना, क्या सरकार को फिक्र नहीं ?

खबरे शेयर करे -

ख़बर रफ़्तार, नैनीताल: सूरज की तपिश बढ़ने के साथ ही कुमाऊं के जंगलों में आग फिर उग्र हो गई है। सोमेश्वर रेंज में जंगल में लगी आग बुझाने के दौरान वनाग्नि की चपेट में आए एक युवक की मौत हो गई। अगले दिन उसका अधजला शव बरामद हुआ। इस रेंज में अब तक पांच लोगों की जान जंगल में लगी आग की वजह से जा चुकी है। रानीखेत में छात्रावास और आबादी क्षेत्र तक पहुंची आग पर सेना के जवानों और वन विभाग की टीम ने काबू पाया।

ये पढ़ें- जब संन्यासी बनकर घर आया उत्तराखंड का डॉन, देखकर सभी हैरान; दाऊद को मारने का बनाया था प्लान

चंपावत के लोहाघाट नगर के समीप बनीगांव का जंगल दो दिनों से जल रहा है। आग से उतीश, चीड़, देवदार, बुरांश, बांज, फल्यांठ आदि प्रजातियों के पौधों के साथ जड़ी बूटियों के पौधे जल कर राख हो गए। रेंजर दीपक जोशी ने बताया कि वनाग्नि पर काबू पाने का प्रयास किया जा रहा है। नैनीताल जिले में रामनगर वन प्रभाग की फतेहपुर रेंज में और बेतालघाट ब्लॉक के जंगल में बृहस्पतिवार लगी आग पर शुक्रवार सुबह काबू पाया गया। पिथौरागढ़ में देर रात तक जंगल सुलगता रहा जिसकी वजह से वातावरण में धुंध फैली हुई है।

जल रहे जंगल, विभाग कह रहा 24 घंटे में कुमाऊं में एक घटना

वन महकमे ने शुक्रवार को जंगल की आग को लेकर बुलेटिन जारी किया है, उसमें बीते 24 घंटे में कुमाऊं में जंगल की आग की एक घटना का जिक्र किया है। हकीकत इसके उलट है। कुमाऊं में अल्मोड़ा, चंपावत और नैनीताल जिले में ही दो जगह वनाग्नि की घटना हुई है। अपर प्रमुख वन संरक्षक निशांत वर्मा ने बताया, शुक्रवार को गढ़वाल में नौ, कुमाऊं में एक और वन्य जीव क्षेत्र में एक जगह वनाग्नि की घटना सामने आईं। 17 मई तक कुमाऊं में 577 जंगल की आग की घटना हो चुकी है, इसमें 817 हेक्टेयर क्षेत्रफल में वन संपदा को नुकसान पहुंचा है। प्रदेश में वनाग्नि की 1,086 घटनाओं में 1,467 हेक्टेयर जंगल प्रभावित हुआ है।

जंगल की आग में जलने से युवक की मौत हुई है। आग लगाने वालों के खिलाफ केस दर्ज होगा। पीड़ित परिवार को जल्द ही मुआवजा दिया जाएगा।  -दीपक सिंह, डीएफओ, वन प्रभाग, अल्मोड़ा।

You May Also Like

More From Author

+ There are no comments

Add yours