“सीए धीरज की आत्महत्या: ऑनलाइन मंगाया गैस सिलिंडर, जेब में मिली चौंकाने वाली पर्ची”

खबर रफ़्तार, नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में चार्टेड एकाउंटेंट (सीए) ने हीलियम गैस से खुदकुशी कर ली। उसने पाइप अंदर डालकर चेहरे पर प्लास्टिक की पन्नी बांधी थी।
पन्नी को गर्दन में बांध सिलिंडर का नोजल खोल दिया था।

देश की राजधानी दिल्ली के बाराखंभा थाना इलाके में चार्टेड एकाउंटेंट (सीए) ने खौफनाक तरीके से खुदकुशी की। खुदकुशी के बाद चार्टेड – एकाउंटेंट को लेकर नए-नए खुलासे हो रहे हैं। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि धीरज ने खुदकुशी करने से पहले रविवार सुबह सोशल मीडिया पर खुदकुशी को लेकर पोस्ट डाली थी।

सोशल मीडिया पर जब ताऊ, चेहरे भाई और दोस्तों ने पोस्ट देखी तो उसे फोन करना शुरू कर दिया था। लेकिन उसने किसी का फोन नहीं उठाया था। उसके दोस्तों ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दक्षिण दिल्ली के महरौली थाने में दर्ज कराई थी। पुलिसन ने मौत के कारणों को जानने के लिए धीरज का विसरा सुरक्षित रखवाया गया है।

महिपालपुर से यहां छिपकर रहने आया था
पुलिस ने बताया कि धीरज ने खुदकुशी करने की बहुत पहले ठान ली थी। इस कारण वह महिपालपुर से गोलमार्केट में रहने आ गया था। यहां ये छिपकर रह रहा था। दोस्तों व परिजनों ने पुलिस को बताया है कि उसने किसी को नहीं बताया कि वह कहां रह रहा है।

पहले वह मंगोलपुरी में ताऊ के पास रहता था। फिर वह महिपालपुर रहने आ गया था। यहां पीजी में रहता था और गुरुग्राम में नौकरी करता था। उसने अपने ताऊ से 13 जून को आखिरी बार बात की थी। वह 20 जुलाई को गोलमार्केट में रहने आया था।

गाजियाबाद से ऑनलाइन मंगाया था सिलिंडर
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, उसने हीलियम गैस का सिलिंडर ऑनलाइन मंगाया था। उसके कमरे से गाजियाबाद से खरीदने की पर्ची मिली है। पुलिस ने बताया कि उसके मोबाइल में लॉक लगा हुआ है। मोबाइल को जांच के लिए फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है। दोस्तों का कहना है कि वह बहुत ही रिजर्व रहता था।
प्लास्टिक की पन्नी से ढका था चेहरा
दरअसल, पुलिस जांच में सामने आया है कि मृतक चार्टेड एकाउंटेंट (सीए) धीरज कंसल (25) ने पहले प्लास्टिक की पन्नी से चेहरा ढका और उसके अंदर पाइप डाल लिया। इसके बाद पन्नी को गर्दन से कसकर बांध लिया था।

फिर हीलियम गैस के नोजल को ऑन कर दिया। हीलियम गैस का सिलिंडर दो किलो का था। जांच में पता लगा है कि गैस अंदर जाने के कुछ समय बाद ही धीरज की मौत हो गई। बाराखंभा थाना पुलिस ने मंगलवार को मृतक सीए के शव का पोस्टमार्टम करा दिया है।

नई दिल्ली जिला पुलिस अधिकारियों के अनुसार, धीरज के शव को लेने ताऊ अपने बेटे रवि के साथ आए थे। डॉक्टर अभी हीलियम गैस से ही मौत होने की बात बता रहे हैं। हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही खुलासा होगा कि धीरज की मौत कैसे और कितनी देर में हुई है।
सीए ने हीलियम गैस का पाइप मुंह में डालकर की खुदकुशी
आपको बता दें कि दिल्ली के पॉश इलाके बंगाली मार्केट के गेस्ट हाउस में ठहरे धीरज ने पाइप से शरीर में हीलियम गैस डालकर सोमवार को खुदकुशी कर ली। राष्ट्रीय राजधानी में इस तरह से खुदकुशी करने का यह पहला मामला है।

हरियाणा के धीरज हीलियम गैस के सिलिंडर से जुड़े पाइप को मुंह में डाले हुए बिस्तर पर पड़े थे। धीरज महिपालपुर में पीजी में रहता था। पुलिस ने सिलिंडर व पाइप के साथ शव को पोस्टमार्टम के लिए लेडी हार्डिंग अस्पताल भेज दिया।

बाराखंभा थाना पुलिस को एयरबीएनबी गेस्ट हाउस से पीसीआर कॉल आई कि एक मेहमान का दरवाजा अंदर से बंद है और बदबू आ रही है। धीरज ने यहां पहली मंजिल पर 28 जुलाई तक 1-बीएचके लिया था।

गेस्ट हाउस मालिक ने बताया कि धीरज को सोमवार को कमरा छोड़ना था। पुलिस एफएसएल व दमकल की मदद से तीन प्रवेश द्वारों में से एक को तोड़कर अंदर पहुंची। बिस्तर पर पीठ के बल धीरज का शव पड़ा था।

धीरज ने मास्क पहना हुआ था, जो पतले नीली पाइप से वॉल्व व मीटर वाले सिलिंडर से जुड़ा था। चेहरे पर पतली पारदर्शी प्लास्टिक लिपटी हुई थी और गर्दन पर सील थी।

सीए ने मरने से पहले नोट में लिखा, मैं चला जाऊंगा, किसी को दोषी नहीं ठहराया जाए

गोल मार्केट के एक होटल में हीलियम गैस से खुदकुशी करने वाले हरियाणा निवासी सीए धीरज के दाहिने हाथ के नीचे से पुलिस ने अंग्रेजी में लिखा एक सुसाइड नोट बरामद किया। धीरज ने सुसाइड नोट में लिखा, यदि आपको मेरी पोस्ट (फेसबुक पोस्ट) नहीं मिलती है तो यह नोट लिख रहा हूं। ऐसा न हो फेसबुक पर पोस्ट कोई डिलीट कर दे। मैं चला जाऊंगा और इसके लिए किसी को दोषी नहीं ठहराया जाए।

मौत मेरे जीवन का सबसे खूबसूरत हिस्सा

सुसाइड नोट में धीरज ने लिखा-प्लीज मेरी मौत पर दुखी मत होना। मेरे लिए, मौत मेरे जीवन का सबसे खूबसूरत हिस्सा है। आत्महत्या करना बुरा नहीं है, क्योंकि मुझ पर किसी की जिम्मेदारी नहीं थी और मैं किसी से बहुत जुड़ा हुआ नहीं था, न ही कोई मुझसे था। मेरी वजह से कोई अवसाद में नहीं जाएगा।

पिता की हो चुकी मौत, मां ने कर ली थी दूसरी शादी

बाराखंभा थाना पुलिस को जांच में पता चला कि धीरज के पिता की 2003 में मृत्यु हो गई थी। इसके बाद उसकी मां ने किसी और से शादी कर ली। उसका कोई भाई-बहन नहीं है। वह फिलहाल एक पीजी में रह रहा था और पेशे से सीए है। उसके चाचा और चचेरे भाई आ गए थे।

हीलियम से बिना तड़पे हो जाती है मौत

पुलिस के अनुसार, आत्महत्या के एक तरीके के रूप में हीलियम से सांस लेना दुर्लभ है। ये खुदकुशी करने का बहुत ही घातक तरीका है। हीलियम एक निष्क्रिय गैस है। यह फेफड़ों में ऑक्सीजन को समाप्त कर देती है, जिससे बिना किसी संघर्ष या आघात के दम घुटने लगता है।

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