क्या आप भी हैं मछली खाने के शौकीन, तो जानें कौन-सी मछलियां ले सकती हैं आपकी जान

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खबर रफ़्तार, नई दिल्ली:  हाल ही में कैलिफोर्निया से मछली खाने के बाद एक महिला के हाथ-पैर काटने का मामला सामने आया। यहां तिलापिया नाम की मछली खाने के बाद महिला के शरीर में विब्रियो वल्निकस नामक बैक्टीरिया फैल गया, जिसकी वजह से उसके पूरे शरीर में संक्रमण फैलना लगा, जिसकी वजह से महिला को अपने हाथ-पैर गंवाने पड़े। कई सारे लोग मछली खाने के शौकीन होते हैं, लेकिन कई बार हमारा शौक ही हम पर भारी पड़ जाता है।

ऐसे में जरूरी है कि आप मछली खाने से पहले कुछ जरूरी बातों का खास ख्याल रखें। मछलियों में मरक्यूरी (Mercury) पाई जाती है, जो हमारी सेहत के लिए कई तरह से हानिकारक साबित हो सकती है। ऐसे में जरूरी है कि आपको पता हो कि किसी मछली में ज्यादा मरक्यूरी है और किसमें कम, ताकि आप खुद को किसी भी तरह की परेशानी से बचा सके।

मरकरी के प्रकार

मरकरी के दो मुख्य रूप होते हैं, जिनमें से एक मिथाइलमरकरी और एलिमेंटल मरकरी है। मिथाइलमरकरी लगभग हर जगह पाया जाता है, जैसे पानी में, हमारे शरीर में और हमारे भोजन में, हालांकि यह इसे सुरक्षित नहीं बनाता है। इसके विपरीत, एलिमेंटल मरकरी भोजन में मौजूद नहीं होता है, लेकिन यह रोजमर्रा की चीजों में पाया जाता है। मिथाइलमरकरी मछली में पाया जाने वाला एक प्रकार है। कुछ मछलियां जैसे स्वोर्डफिश, मैकेरल और शार्क में इस कार्बनिक कंपाउंड का स्तर काफी ज्यादा होता है।

मरकरी आपके स्वास्थ्य पर क्या प्रभाव डालती है?

मरकरी बेहद जहरीली होती है, और इसे न्यूरोटॉक्सिन माना जाता है, क्योंकि यह आपके नर्वस सिस्टम को नुकसान पहुंचा सकती है। मरकरी को निगलने की तुलना में अगर ये सांस के जरिए शरीर में चली जाए, तो ज्यादा खतरनाक हो सकती है। मिथाइलमरकरी खतरनाक है, खासकर अजन्मे बच्चों के लिए, चाहे इसका सेवन बड़ी मात्रा में किया जाए या लंबे समय तक।

मरकरी पॉइजनिंग के लक्षण क्या हैं?

  • हाथों और पैरों में झुनझुनी
  • चलने-फिरने में परेशानी
  • कमजोरी
  • कॉर्डिनेशन की कमी
  • बोलने या सुनने में कठिनाई
  • शिशुओं और बच्चों में विकासात्मक मुद्दे

अगर आप इनमें से किसी भी लक्षण का अनुभव कर रहे हैं और आप ज्यादा मछली खाते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें, क्योंकि ये मिथाइलमेरकरी के संकेत हो सकते हैं। हालांकि, सभी तरह की मछलियां हानिकारक नहीं होती हैं। कुछ मछलियों में जहां मरकरी की मात्रा काफी ज्यादा होती है, तो वहीं कुछ नियमित रूप से खाने के लिए सुरक्षित होती हैं।

इन मछलियों में होती है हाई मरकरी

हाई मरकरी वाली मछली को खास मौकों पर भी इस्तेमाल किया जाना चाहिए। इसके अलावा अगर आप गर्भवती हैं, तो आपको इनका सेवन नहीं करना चाहिए। इन मछलियों में निम्न शामिल हैं:

  • किंग मैकेरल
  • शार्क
  • स्वोर्डफिश
  • टाइलफिश
  • टूना

लो मरकरी लेवल वाली मछलियां

ऐसी मछलियां जिनमें मरकरी की मात्रा काफी कम पाई जाती हैं, नियमित सेवन के लिए सुरक्षित हैं। गर्भवती महिलाएं और बच्चे भी इन्हें अपनी डाइट का हिस्सा बना सकते हैं। इन मछलियों में निम्न शामिल हैं:-

साल्मन
सार्डिन
तिलापिया
कैटफिश
कॉड
शेलफिश जैसे झींगा, स्कैलोप्स और क्रैब मीट

मीडियम मरकरी वाली मछलियां

कार्प
अटलांटिक ओशियन टाइलफिश
ग्रूपर
यैलोफिन टूना
अल्बकोर टूना

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