खबर रफ़्तार, देहरादून : मानसून की वर्षा अभी और परीक्षा लेगी। रविवार को देहरादून समेत गढ़वाल मंडल के चार जनपदों में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है।
मौसम विज्ञान केंद्र ने इन चार जनपदों के लिए भारी वर्षा का रेड अलर्ट जारी किया है। शासन स्तर पर भी अतिरिक्त एहतियात बरतने के निर्देश जिलाधिकारियों को जारी किए गए हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी मंत्रियों से अपेक्षा की है कि वे अपने-अपने प्रभार वाले जिलों में प्रवास कर इन कार्यों को प्रभावी बनाएं।
कई जगह बंद बदरीनाथ हाईवे खुला
मसूरी में बीते शनिवार शाम से लगातार बारिश जारी है। गोपेश्वर में भी रात्रि से बारिश सुबह तक जारी रही। बदरीनाथ हाईवे छिनका, पीपलकोटी, पागलनाला, बेनाकुली, खचड़ानाला में मलबा आने से रात्रि से ही बंद था। जिसे रविवार को खोल दिया गया है।
हाईवे खुलने से बदरीनाथ यात्रा सुचारु हो गई है। लगभग 1000 यात्री जगह-जगह हाईवे खुलने का इंतजार कर रहे थे। जिन्हें रवाना किया गया। रातभर बारिश से नदियों में भी पानी बढ़ा हुआ है।
मलबे में दबा वाहन
वहीं हाईवे पर टंगणी में एक वाहन मलबे में दब गया है। थराली के भगोटा गांव में भूस्खलन से घरों को नुकसान पहुंचने की भी सूचना है।
पौड़ी सहित इससे सटे क्षेत्रों में रात्रि बारिश के बाद रविवार की सुबह बादल छाए हैं। जनपद में वर्षा से जगह-जगह आए मलबे से एक राज्य मार्ग सहित 44 मोटर मार्ग बाधित हैं, जबकि नौ गांव में बिजली आपूर्ति ठप है।
गौरीकुंड हाईवे अवरुद्ध
केदारनाथ को जाने वाला गौरीकुंड हाईवे तरसाली में अवरुद्ध चल रहा है। बदरीनाथ हाईवे पर यातायात सुचारु है। केदारनाथ में मौसम साफ है और यात्रा जारी। रुद्रप्रयाग जनपद में हल्के बादल छाए हुए हैं। अलकनंदा व मंदाकिनी नदी ऊफान पर बह रही है।
गंगोत्री हाईवे बंद, यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग खुला
सीमांत जनपद उत्तरकाशी में शनिवार रात को वर्षा हुई है। जिसके कारण गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग मनेरी की पास अवरुद्ध हुआ था। जिसे करीब 11 घंटे बाद रविवार की सुबह 8:30 यातायात सुचारु किया गया। मनेरी डैम के पास शनिवार की रात को भूस्खलन के कारण राजमार्ग अवरुद्ध हो गया था।
गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर हेल्गु गाड़ और सुनगर के बीच पहाड़ी से रुक-रुक कर पत्थर गिर रहे हैं। जिसके कारण राजमार्ग अवरुद्ध हो रहा है। राजमार्ग को सुचारु करने के लिए बीआरओ की ओर से मौके पर मजदूर और मशीन तैनात की गई है। लेकिन पहाड़ी से गिर रहे पत्थरों के कारण कई बार राजमार्ग को सुचारु करने का कार्य भी रोकना पड़ रहा है। रविवार सुबह 10:30 बजे के दौरान इस स्थान पर भारी बोल्डर आए।
यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग डाबरकोट और रानाचट्टी के पास अवरुद्ध था। जिसे राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की टीम ने सुचारु कर दिया है। इसके साथ ही यमुनोत्री धाम की यात्रा भी सुचारु हो गई है। इन दोनों स्थानों पर यमुनोत्री जाने वाले तीर्थयात्री आज सुबह से फंसे हुए थे।
कई क्षेत्रों भारी वर्षा का रेड अलर्ट
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि रविवार को देहरादून, हरिद्वार, टिहरी और पौड़ी जनपदों में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी वर्षा हो सकती है। इसे देखते हुए रेड अलर्ट जारी किया गया है। सोमवार को भी प्रदेश के कई क्षेत्रों भारी वर्षा का रेड अलर्ट रहेगा।
जोशीमठ मलारी हाईवे पर अस्थाई पुल तैयार, आवाजाही सुचारु
जोशीमठ नीती हाईवे पर जुम्मा के पास देवनाले में सीमा सड़क संगठन ने ह्यूम पाइप की मदद से अस्थायी पुल तैयार कर दिया है। इससे शनिवार की शाम से यहां वाहनों की आवाजाही शुरू करा दी है। चीन सीमा की नीति घाटी पर वाहनों की आवाजाही शुरू से स्थानीय निवासियों को राहत मिली है।
बताते चलें कि 10 जुलाई की रात्रि को जोशीमठ मलारी नीति हाईवे पर जुम्मा में अतिवृष्टि से देवनाला उफान पर आ गया था, जिससे हाईवे पर बना आरसीसी डबल लाइन पुल बह गया।
राहत व बचाव कार्यों में तेजी को मोर्चा संभालें प्रभारी मंत्री : धामी
प्रदेश में निरंतर हो रही वर्षा और इसके कारण उत्पन्न आपदा की स्थिति से निबटने के दृष्टिगत राहत एवं बचाव कार्यों पर सरकार ने ध्यान केंद्रित किया है। इस कड़ी में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी मंत्रियों से अपेक्षा की है कि वे अपने-अपने प्रभार वाले जिलों में प्रवास कर इन कार्यों को प्रभावी बनाएं।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री सचिवालय अथवा आवास कार्यालय से आकस्मिकता एवं अपरिहार्य परिस्थितियों में दूरभाष या मौखिक रूप से दिए जाने वाले निर्देशों के लिए अधिकारियों को भी अधिकृत कर दिया गया है। लगातार हो रही वर्षा के कारण राज्य में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
सड़कें, पेयजल व विद्युत लाइनें क्षतिग्रस्त होने और मैदानी क्षेत्रों में जलभराव के कारण कई जगह आपदा जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं। यद्यपि, मुख्यमंत्री धामी के निर्देशों के क्रम में स्थिति से निबटने को शासन, प्रशासन के संबंधित अधिकारी, कर्मचारी राहत एवं बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं। इन कार्यों में और तेजी लाकर प्रभावी बनाने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री ने अब जिलों के प्रभारी मंत्रियों को भी मोर्चा संभालने को कहा है।
उधर, आकस्मिकता एवं अपरिहार्य परिस्थितियों में मुख्यमंत्री सचिवालय अथवा आवास कार्यालय से दिए जाने वाले निर्देशों के लिए अपर सचिव मुख्यमंत्री राधा रतूड़ी ने अधिकारियों को अधिकृत करने के संबंध में आदेश भी जारी कर दिए हैं। आदेश में कहा गया है कि सामान्य तौर पर मुख्यमंत्री सचिवालय अथवा आवास कार्यालय से लिखित रूप से निर्देश-अनुदेश प्रसारित किए जाते हैं।
अपरिहार्य परिस्थितियों व आकस्मिकता की स्थिति में मुख्यमंत्री के किसी भी निर्देश को दूरभाष या मौखिक रूप से अवगत कराने की आवश्यकता पड़ने पर इसके लिए मुख्यमंत्री के सचिव व अपर सचिव, दिवस अधिकारी और मुख्यमंत्री द्वारा प्राधिकृत अन्य सामाजिक व्यक्ति अधिकृत होंगे।
डीएम के अधिकारियों को हाईअलर्ट पर रहने के निर्देश
मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए जिलाधिकारी देहरादून सोनिका ने संबंधित अधिकारियों को हाईअलर्ट पर रहने के निर्देश दिए। कहा कि प्रत्येक स्तर पर तत्परता व सुरक्षा बनाए रखते हुए आवागमन में नियंत्रण बरतने, किसी भी आपदा/ दुर्घटना को स्थिति में त्वरित स्थलीय कार्रवाई करते हुए सूचनाओं का तत्काल आदान-प्रदान करें।
जिलाधिकारी ने लोनिवि, एनएच, एनएचआइ, पीएमजीएवाइ के अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसी भी मोटर मार्ग के बाधित होने की दशा में उसे तत्काल खुलवाना सुनिश्चित करें। समस्त राजस्व उपनिरीक्षक, ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत अधिकारी अपने क्षेत्रों में बने रहेंगे।
समस्त चौकी / थाने भी आपदा संबंधी उपकरणों एवं वायरलैस सहित हाई अलर्ट में रहेंगे। उक्त अवधि में किसी भी अधिकारी-कर्मचारी के मोबाइल स्विच आफ नहीं रहेंगे।
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