ख़बर रफ़्तार, नैनीताल: सरकार, प्रशासन और पुलिस के तमाम प्रयासों और समय-समय पर चलाए जाने वाले जनजागरूकता अभियान के बाद भी कुमाऊं मंडल में न केवल सड़क हादसों की संख्या बढ़ी है बल्कि हादसों में जान गंवाने वाले लोगों की भी तादाद में भी इजाफा हुआ है। इसकी वजह बदहाल सड़कें और वाहनों की तेज रफ्तार है। कुमाऊं में नैनीताल और ऊधमसिंह नगर को हादसों के लिहाज से संवेदनशील माना जा रहा है।
राज्य के परिवहन आयुक्त कार्यालय के आंकड़ों पर नजर डालें तो पिछले साल की तुलना में इस वर्ष मार्च तक राज्य में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में 20.06 फीसदी और मृतकों की संख्या में 16.44 फीसदी की बढ़त हुई है। ऊधमसिंह नगर व नैनीताल जिले में सड़क हादसे बढे़ हैं। वर्ष 2023-24 में नैनीताल जिले में 82 सड़क हादसों में 55 लोगों की मौत हुई और 69 लोग घायल हुए। इसी तरह ऊधमसिंह नगर में बीते दो वर्षों में 202 सड़क हादसों में 127 लोगों को असमय जान गंवानी पड़ी जबकि 133 लोग घायल हुए। अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ में भी सड़क हादसे बढ़े हैं जबकि चंपावत और बागेश्वर में हादसों में कमी आई है।

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