बरेली : हिस्ट्रीशीटर के साथ मिलकर हनीट्रैप गैंग चला रहे थे दरोगा-सिपाही, एसएसपी ने किया निलंबित

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ख़बर रफ़्तार, बरेली :  बरेली में पुलिस के संरक्षण में चल रहे एक हनी ट्रैप गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। अपने जाल में फंसाने वाली युवती के साथ ही किला चौकी प्रभारी, एक सिपाही और तीन कथित पत्रकारों के खिलाफ रिपोर्ट कराई गई है।

भोजीपुरा के धौराटांडा निवासी कथित पत्रकार नावेद, लीचीबाग के चांद अल्वी और सीबीगंज के गुलाम साबिर आजाद ने परसाखेड़ा में बेकरी चलाने वाले रामपुर के शहजादनगर निवासी एक उद्यमी को फंसाया था, मगर वह उन्हें गच्चा देकर अफसरों तक पहुंच गए। मुकदमा दर्ज कराने के साथ ही एसएसपी ने दरोगा और सिपाही को निलंबित कर दिया।

तीनों ने शनिवार को एक युवती से फोन पर दोस्ती कराने के बाद दोनों को मिनी बाइपास एक होटल में भेज दिया था। होटल के कमरे में कुछ देर बात करके युवती चली गई। उद्यमी जब बाहर आए तो कथित पत्रकारों ने उन्हें घेर लिया।

हनी ट्रैप में फंसाने की धमकी देकर वे सिपाही कोलेंद्र की मदद से किला चौकी ले गए। वहां धमकाकर उन्हें छोड़ने के लिए चौकी प्रभारी सौरभ कुमार के सामने ढाई लाख में सौदा हुआ। उद्यमी जैसे-तैसे चौकी से भागकर पत्नी के पास पहुंचे। फिर अधिकारियों से शिकायत की।

वसूली में माहिर है गुलाम का गैंग

हनी ट्रैप गिरोह का सरगना सीबीगंज थाने का हिस्ट्रीशीटर गुलाम साबिर आजाद खुद को पत्रकार बताकर लोगों पर रौब गांठता है। अलग-अलग थानों में पहले से ही गिरोह पर कई मुकदमे दर्ज हैं। कुछ दिन पहले इज्जतनगर थाना क्षेत्र में गुलाम साबिर और उसके गिरोह ने स्कूल संचालक से वसूली की कोशिश की थी।

स्कूल संचालक ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। अब उसने सीबीगंज के उद्यमी को शिकार बना लिया। जमीन कब्जाने के आरोप में भी गुलाम साबिर पर कई मामले दर्ज हैं। बताया जा रहा है कि चांद अल्वी पर भी भोजीपुरा थाने में रिपोर्ट दर्ज है।

जुआ व सट्टे के लिए चर्चित हैं किला व गढ़ी पुलिस चौकी

किला थाने की किला और गढ़ी चौकियां काफी चर्चित हैं। जुआ और सट्टे का गढ़ इसी इलाके में है। चौकी प्रभारी के आते ही धंधेबाज उसे भी खेल में शामिल कर लेते हैं। इस समय जितेंद्र जौहरी और उसके गुर्गे इलाके में सट्टा व जुआ करा रहे हैं। चौकी का स्टाफ कई बार जुआ व सट्टे की वजह से निलंबित हो चुका है और पुलिसकर्मियों पर रिपोर्ट दर्ज हो चुकी है। कई चौकी प्रभारी इस तरह के आरोप साबित होने पर कार्रवाई झेल चुके हैं।

सेवानिवृत्त कर्मचारी को भी बनाया था शिकार 

सेवानिवृत्त रोडवेज कर्मचारी को भी हनी ट्रैप में फंसाकर लाखों रुपये की वसूली की गई थी। मढ़ीनाथ निवासी सत्य प्रकाश उर्फ सत्यम शर्मा एक महिला को लेकर घर में घुस आया। बुजुर्ग को मुकदमे में फंसाने की धमकी दी। कमरे में मिले 4.50 लाख रुपये लेकर वह चला गया। इसके बाद भी सत्य प्रकाश वसूली करता रहा। बुजुर्ग ने सुभाषनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। सुभाषनगर के एक डॉक्टर ने भी हनी ट्रैप गिरोह से परेशान होकर आत्महत्या की थी।

उद्यमी से पहले भी हो चुकी वसूली

इससे पहले भी बेकरी कारोबारी को एक युवती से मिलवाकर उन्हें फंसाया गया था और करगैना चौकी के पास 70 हजार रुपये वसूले गए थे। तब उन्होंने शिकायत नहीं की थी। इसलिए कथित पत्रकारों ने दोबारा वसूली करने के लिए पुलिस से मिलकर जाल बिछा दिया। इस बार उद्यमी ने हिम्मत दिखाते हुए रिपोर्ट दर्ज करा दी।

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