
खबर रफ़्तार, गुजरात : नर्मदा की नहरों पर बने पांच ‘खतरनाक’ पुलों को बंद किया गया, चार पर रुकी गई भारी वाहनों की आवाजाही
गुजरात में नर्मदा की नहरों पर बने पांच पुलों को खतरनाक पाए जाने के बाद बंद कर दिया गया है। यह कदम जारी जांच प्रक्रिया के दौरान उठाया गया है। इसके अलावा, चार अन्य पुलों पर भारी वाहनों की आवाजाही पर भी रोक लगा दी गई है। जिला प्रशासन को 36 अन्य पुलों की तुरंत मरम्मत के लिए उन्हें बंद करने के निर्देश दिए गए हैं। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
इन पुलों की मौजूदा स्थिति का आकलन करने और संभावित नुकसान को रोकने व उनकी उम्र बढ़ाने के लिए एसएसएनएनएल ने हाल ही में एक व्यापक निरीक्षण अभियान चलाया। इसके मुताबिक, जो पांच पुल पूरी तरह बंद किए गए हैं, उनमें से दो मोरबी जिले और तीन सुरेंद्रनगर जिले में हैं। नर्मदा की नहरों पर बने ये पुल लगातार भारी वाहनों के भार और पर्यावरणीय प्रभावों से प्रभावित होते रहते हैं। इसलिए समय-समय पर उनका निरीक्षण करना जरूरी होता है, ताकि किसी भी खतरे को पहले ही पहचाना जा सके और उसका समाधान निकाला जा सके।
वडोदरा में पुल हादसे के बाद एक्शन में सरकार
नौ जुलाई को आणंद और वडोदरा जिलों को जोड़ने वाले 40 साल पुराने एक पुल का हिस्सा टूटने से कई वाहन महिसागर नदी में गिर गए थे। इस हादसे में 20 लोगों की मौत हो गई थी। सरकार ने हाल ही में हुई बारिश से प्रभावित राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों के साथ-साथ गांवों, कस्बों और शहरों की आंतरिक सड़कों की मरम्मत का काम भी शुरू कर दिया है। मंगलवार को मुख्यमंत्री पटेल ने राज्य में चल रहे सड़कों और पुलों की मरम्मत कार्यों की गहन समीक्षा की और अधिकारियों से गुणवत्ता की जांच करने तथा नागरिकों की शिकायतों का प्राथमिकता से समाधान करने को कहा।
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