खबर रफ़्तार, देहरादून: लोकायुक्त बनाने के लिए चयन समिति में सबसे पहले विधिवेत्ता को सदस्य नियुक्त करेगी। इसके लिए एक पैनल तैयार किया जाएगा। यह निर्णय लोकायुक्त चयन समिति की पहली बैठक में लिया गया। माना जा रहा कि समिति की दूसरी बैठक में तैयार पैनल के नामों विचार कर उसे राज्यपाल की मंजूरी के लिए भेज दिया जाएगा।
शुक्रवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में हुई चयन समिति की बैठक में विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के प्रतिनिधि ने चयन समिति के सदस्य के रूप में भाग लिया।
बैठक में लोकायुक्त के चयन के लिए अपनाई जाने वाली प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी गई। सदस्यों को बताया गया कि सबसे पहले चयन समिति के एक ऐसे सदस्य की नियुक्ति होनी है, जो विधि मामलों का जानकार हो। सभी सदस्यों ने विधि मामलों की गहन जानकारी रखने वाले लोगों के नामों का एक पैनल बनाने पर सहमति जताई। अब समिति की जल्द दूसरी बैठक होगी, जिसमें नामों के पैनल पर विचार होगा।
तीन माह में बनाया जाना है लोकायुक्त
नैनीताल हाईकोर्ट ने प्रदेश सरकार को तीन महीने के भीतर लोकायुक्त नियुक्त करने के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई चयन समिति की बैठक को लोकायुक्त की नियुक्ति की दिशा में उठाया गया कदम बताया जा रहा है। माना जा रहा कि समिति की आगामी बैठकों में लोकायुक्त के नाम की खोज करने वाली एक सर्च कमेटी भी तय हो जाएगी, जो एक पैनल तैयार कर राज्यपाल को भेजेगी। राज्यपाल पैनल में से एक नाम छांटकर समिति को भेजेंगे और फिर समिति की सिफारिश पर लोकायुक्त की नियुक्ति होगी।
लोकायुक्त चयन समिति के लिए एक सदस्य की नियुक्ति होनी है। यह सदस्य विधि एवं कानूनी मामलों के जानकार होंगे। बैठक में इस पर चर्चा हुई। जल्द चयन समिति की बैठक विधि वेत्ता के रूप में सदस्य का चयन हो जाएगा। इसके बाद सर्च कमेटी काम करेगी। विश्वास है कि इस संबंध में जल्द से जल्द बैठकें होंगी। तीन माह में लोकायुक्त बनाने के लिए सब कुछ सरकार की मंशा पर निर्भर करता है। -यशपाल आर्य, नेता प्रतिपक्ष