ख़बर रफ़्तार, लखनऊ: केंद्र में लगातार तीसरी बार सरकार बनाने के लिए भाजपा गांव-गांव पहुंचकर पार्टी की जड़ों को मजबूत करेगी। इसके लिए पार्टी ‘गांव चलो अभियान’ संचालित करने जा रही है। अभियान का पहला चरण चार से 11 फरवरी तक चलेगा जबकि दूसरा चरण मार्च में होगा। वहीं नगरीय क्षेत्रों में पार्टी इस समयावधि में बूथ स्तर तक अपनी मौजूदगी दर्ज कराएगी।
चौपाल के माध्यम से किया जाएगा गांववासियों से संवाद
नगरीय क्षेत्रों में बूथ स्तर पर प्रवासी कार्यकर्ता प्रवास करेंगे। प्रवास के दौरान वे गांव में चौपाल के माध्यम से गांववासियों से संवाद करेंगे और उन्हें मोदी-योगी सरकारों की उपलब्धियों की जानकारी देंगे। कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों, गांव के प्रभावशाली मतदाताओं, समाजसेवी और धर्मार्थ संस्थाओं के प्रतिनिधियों से भी संपर्क और संवाद करेंगे। वे यह भी देखेंगे कि बूथ और पन्ना समितियों का गठन हुआ है या नहीं।
उन पर गांवों में भाजपा का वोट प्रतिशत बढ़ाने की जिम्मेदारी भी होगी। पिछले चुनाव में गांव के जो हिस्से पार्टी के लिए बंजर साबित हुए थे, उनकी कोशिश होगी कि वहां पार्टी के लिए उर्वर भूमि तैयार हो। इस बार प्रत्येक बूथ पर पिछले चुनाव की अपेक्षा 10 प्रतिशत अधिक वोट प्राप्त करने का लक्ष्य लेकर हमें कार्य करना है।
कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने कहा कि जिन संकल्पों को लेकर भाजपा जनता के बीच पहुंची, मोदी-योगी सरकारों ने उन सबको पूरा किया है। हमें गांव-गांव तक पहुंचकर हर घर की दहलीज पर दस्तक देकर भाजपा सरकार की योजनाएं पहुंचानी हैं और विपक्ष के विघटनकारी मंसूबे को ध्वस्त करना है।
राष्ट्रीय महामंत्री दुष्यंत गौतम ने कहा कि गांव चलो अभियान के तहत पार्टी देश के सात लाख गांवों में जनसंवाद करेगी। यह अभियान विकसित, आत्मनिर्भर भारत का लक्ष्य हासिल करने के साथ मिशन 2024 में सफलता का आधार भी बनेगा। प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह ने बताया कि 30 जनवरी को सभी जिलों तथा एक व दो फरवरी को सभी मंडलों में गांव चलो अभियान की प्रशिक्षण कार्यशालाएं आयोजित होंगी।
अभियान के संचालन के लिए ढांचा तैयार
गांव चलो अभियान के लिए भाजपा ने संगठनात्मक ढांचा तैयार किया है। प्रदेश उपाध्यक्ष पंकज सिंह को प्रदेशस्तरीय समिति का संयोजक तथा प्रदेश उपाध्यक्ष देवेश कुमार, कमलावती सिंह व मोहित बेनीवाल व प्रदेश मंत्री शंकर गिरि को सह संयोजक बनाया है। वहीं प्रत्येक जिले में एक संयोजक और दो सह-संयोजक नियुक्त किए हैं।
मंडल स्तर पर भी पार्टी ने एक संयोजक और एक सह-संयोजक तैनात किया है। ग्राम पंचायत स्तर पर बूथ अध्यक्ष को ग्राम संयोजक की जिम्मेदारी सौंपी गई है। पार्टी ने प्रत्येक 1000 की जनसंख्या पर एक ग्राम संयोजक और एक प्रवासी नियुक्त किया है। प्रवासी अन्य बूथ से जुड़ा होगा।