कॉर्बेट से राजधानी में पहुंचे जंगल के दो ‘राजकुमार’, जल्द हो सकेंगे दोनों के दीदार

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ख़बर रफ़्तार, देहरादून:  राजधानी के चिड़ियाघर में सोमवार को जंगल के दो ‘राजकुमारों’ को लाया गया है। बाघ के ये शावक जिम कॉर्बेट पार्क से लाए गए हैं। चिड़ियाघर के अधिकारियों की टीम सोमवार देर रात इन्हें लेकर पहुंची। दोनों शावकों का पर्यटक जल्द दीदार कर सकेंगे। फिलहाल वन्य जीव प्रतिपालक ने इसकी अनुमति दे दी है। जल्द ही इनके दीदार के अधिकृत अनुमति को सेंट्रल जू अथॉरिटी को प्रस्ताव भेजा जाएगा।

बता दें कि चिड़ियाघर में लगातार वन्य जीवों का कुनबा बढ़ रहा है। बीते कई वर्षों से यहां पर बाघ, भालू और अन्य वन्य जीवों को लाए जाने की योजना पर काम हो रहा था। सभी नए जीवों के लिए बाड़े भी लगभग बनकर तैयार हो गए हैं। इसी बीच सबसे पहले जंगल के दो राजकुमारों यानी बाघ के शावकों को लाया गया है।
इन्हें लेने के लिए चिड़ियाघर के अधिकारी और डॉक्टर रविवार को जिम कॉर्बेट पार्क के लिए रवाना हुए थे। ये दोनों शावक एक वर्ष से डेढ़ वर्ष के बीच की आयु के हैं। दोनों को विशेष वाहन से कॉर्बेट पार्क से लेकर टीम चली थी।

वन अधिकारियों के मुताबिक इन ये दोनों शावक देर रात चिड़ियाघर पहुंच गए हैं। इन्हें सोमवार को बाड़े में शिफ्ट किया जाएगा। माहौल में ढलने के बाद जल्द ही पर्यटकों इनका दीदार भी कर सकेंगे। डीएफओ नितीशमणि त्रिपाठी ने बताया कि दोनों शावक पूरी तरह स्वस्थ हैं। उनका मेडिकल चेक-अप करने के बाद ही लाया गया है।

कुछ दिनों तक ये डॉक्टरों की निगरानी में रहेंगे ताकि यहां के माहौल में ढलने में उन्हें कोई परेशानी न हो। उन्होंने बताया कि इन दोनों शावकों के डिस्प्ले यानी दीदार की अनुमति फिलहाल वन्य जीव प्रतिपालक की ओर से जारी कर दी गई है। जल्द ही केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण को भी अधिकारिक प्रस्ताव भेजा जाएगा।

गुलदार के दो शावकों की भी नहीं मिली अनुमति

पिछले साल चिड़ियाघर में गुलदार के दो शावकों को भी लाया गया था। कुछ दिन तक इनका पर्यटकों ने दीदार किया था लेकिन बाद में केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण से अनुमति न मिलने के कारण इनके बाड़े को ढक दिया गया। तब से अब तक प्राधिकरण से अनुमति नहीं मिली है। दोनों शावक अब जवान हो चुके हैं। अब डीएफओ त्रिपाठी का कहना है कि गुलदार और बाघ के दो शावकों की अनुमति के लिए एक बार फिर से प्रस्ताव भेजा जाएगा। जल्द ही प्राधिकरण से इनकी एकसाथ अनुमति मिलने की संभावना है।

भालू और लकड़बग्घे का इंतजार

चिड़ियाघर में भालू और हाइना यानी लकड़बग्घे भी लाए जाने हैं। इनके लिए भी वन विभाग तैयारी कर रहा है। भालू के बाड़े भी बनकर तैयार होने वाले हैं। इन्हें लाने के लिए भी प्रक्रियाएं तेज हो गई हैं। बताया जा रहा है कि जल्द ही इन वन्य जीवों को भी जल्द चिड़ियाघर लाया जा सकता है।

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