
खबर रफ़्तार ,काशीपुर: उत्तराखंड के काशीपुर में बुधवार रात को हुआ बवाल बढ़ता ही जा रहा है। घटना के बाद से यूपी पुलिस और उत्तराखंड पुलिस आमने-सामने आ गई है। डीआईजी नीलेश आनंद (कानून व्यवस्था) ने कहा कि मुरादाबाद पुलिस ने बिना बताए फायरिंग की है। डीआईजी के इस बयान के बाद से यूपी पुलिस की मुश्किल बढ़ गई है। काशीपुर में हुई इस घटना के पीछे की वजह मिनट दर मिनट आपको बताते हैं।
यह था मामला
एसडीएम ठाकुरद्वारा परमानंद सिंह और खनन इंस्पेक्टर अशोक कुमार की टीम ने बीती 13 सितंबर को काशीपुर-ठाकुरद्वारा रोड पर तिकोनिया के पास चेकिंग के दौरान उपखनिज लदे पांच डंपर टीम ने पकड़े थे। खनन माफियाओं ने एसडीएम और खनन इंस्पेक्टर पर हमलाकर चार डंपर छुड़ा लिए थे। खनन इंस्पेक्टर की तहरीर पर पांच नामजद समेत 150 अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। पुलिस अब तक 17 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। खुद सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों की वर्चुअल बैठक में अवैध खनन सिंडिकेट के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे। डीआईजी मुरादाबाद शलभ माथुर ने जांच के दौरान प्रकाश में आए 19 आरोपियों पर 50-50 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया था। इनमें से चार इनामी पूर्व में पकड़े जा चुके हैं।
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