इस शुभ समय पर करें गोवर्धन पूजा, जानें इससे जुड़ी पौराणिक कथा

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ख़बर रफ़्तार, नई दिल्ली:  गोवर्धन पूजा का सनातन धर्म में बड़ा ही धार्मिक महत्व है। इस त्यौहार को अन्नकूट के नाम से भी जाना जाता है। यह शुभ दिन भगवान कृष्ण की पूजा के लिए समर्पित है। श्री कृष्ण को समर्पित यह पर्व कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को मनाया जाता है। इस साल गोवर्धन पूजा 14 नवंबर 2023 को मनाई जाएगी, जिसका लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।

गोवर्धन पूजा का मुहूर्त

गोवर्धन पूजा मुहूर्त – 14 नवंबर 2023 – सुबह 05:54 बजे से सुबह 08:09 बजे तक

गोवर्धन पूजा का महत्व

गोवर्धन हिंदू धर्म के सबसे लोकप्रिय पर्वों में से एक है। इस दिन भगवान कृष्ण की पूजा का विधान है। इस शुभ दिन पर, लोग अत्यधिक भक्ति और प्रेम के साथ कान्हा की पूजा करते हैं।हिंदू धर्मग्रंथ, भागवत पुराण के अनुसार, एक समय था जब गोकुल के लोग भगवान इंद्र की पूजा करते थे, लेकिन एक दिन भगवान कृष्ण ने उन्हें भगवान इंद्र की पूजा न करने और गोवर्धन पहाड़ी की पूजा करने के लिए कहा।

सभी लोगों ने कृष्ण की बात मानकर अन्नकूट की पूजा प्रारंभ कर दी। इस बात से भगवान इंद्र क्रोधित हो गए और उन्होंने मूसलाधार बारिश करना शुरू कर दिया। तब भगवान कृष्ण ने ग्रामीणों को भगवान इंद्र के प्रकोप से बचाने के लिए पूरे गोवर्धन पर्वत को अपनी छोटी उंगली पर उठा लिया था। कृष्ण की दिव्य शक्तियों को पहचानकर इंद्र देव शांत हो गए और उन्होंने बारिश बंद कर श्री कृष्ण से क्षमा मांगी।

गोवर्धन पूजा कैसे मनाएं ?

इस त्योहार पर भक्त भगवान कृष्ण को अर्पित करने के लिए भोग प्रसाद तैयार करते हैं। और सच्ची श्रद्धा के साथ भगवान कृष्ण की पूजा करते हैं। भारतीय राज्य हरियाणा, पंजाब, बिहार और उत्तर प्रदेश में लोग गोवर्धन पूजा को बड़े उत्साह के साथ मनाते हैं।

कई साधक इस दिन गाय के गोबर से टीले बनाने हैं, फिर इन पहाड़ियों को फूलों से सजाते हैं और कुमकुम, अक्षत से पूजा करते हैं। वहीं कुछ लोग गोवर्धन के इस शुभ दिन पर अपने बैलों और गायों को भी सजाते हैं और उनकी पूजा करते हैं।

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