12.8 C
London
Saturday, July 27, 2024
spot_img

उत्तराखंड में लंपी वायरस ने बरपाया कहर, पिछले चार दिनों में सामने आए 3131 मामले

ख़बर रफ़्तार, देहरादून: उत्तराखंड में पशुओं (गो व महिषवंशीय) में लंपी त्वचा रोग के बढ़ते मामलों ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। पिछले चार दिनों में प्रदेश में लंपी रोग के 3131 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 32 पशुओं की मृत्यु हुई है। कुमाऊं क्षेत्र में इसका ज्यादा प्रकोप है। इसे देखते हुए सरकार अब नियंत्रण के प्रयासों में जुट गई है। राज्य में गो व महिषवंशीय पशुओं के परिवहन, प्रदर्शनी पर एक माह के लिए रोक लगा दी गई है।

पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने बुधवार को विधानसभा भवन स्थित सभागार में पत्रकारों से बातचीत में उक्त जानकारियां साझा कीं। उन्होंने कहा कि राज्य में पशुओं में लंपी त्वचा रोग के बढ़ते मामलों को सरकार ने गंभीरता से लिया है। पशुओं का टीकाकरण तेजी से चल रहा है। पशुपालकों की सुविधा को टोल फ्री नंबर जारी किए गए हैं। गोवंशीय पशुओं में मुख्य रूप से फैलने वाले इस रोग के प्रसार में मक्खी, मच्छर संवाहक बनते हैं। ऐसे में स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने को कहा गया है।

  • दुग्ध फेडरेशन से मांगी रिपोर्ट

पशुपालन मंत्री ने कहा कि लंपी रोग के फैलाव से दुग्ध उत्पादन पर असर पडऩा स्वाभाविक है। इसे देखते हुए दुग्ध फेडरेशन से इस बारे में रिपोर्ट मांगी गई है।

  • बीमा के लिए भी कर रहे प्रेरित

बहुगुणा ने बताया कि पशु टीकाकरण में जुटी टीमें पशुपालकों को पशुओं का बीमा कराने को भी प्रेरित कर रही हैं। पशु बीमा के प्रीमियम में पर्वतीय क्षेत्र में 75 प्रतिशत और मैदानी क्षेत्र में 60 प्रतिशत राशि सरकार वहन करती है।

- Advertisement -spot_imgspot_img
Latest news
- Advertisement -spot_img
Related news
- Advertisement -spot_img

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here