ख़बर रफ़्तार, गोपेश्वर: विश्व धरोहर फूलों की घाटी और हेमकुंड साहिब की राह आसान बनाने के लिए केंद्र सरकार ने पुलना से भ्यूंडार तक 7.2 किमी सड़क निर्माण को सैद्धांतिक स्वीकृति दे दी है। अब लोनिवि प्रांतीय खंड गोपेश्वर द्वारा सड़क के लिए तीन करोड़ रुपये की डीपीआर शासन को भेजी गई है।
इस सड़क के निर्माण से हेमकुंड साहिब की पैदल दूरी जल्द सात किमी और फूलों की घाटी की दूरी पांच किमी कम हो जाएगी। चमोली जिले में स्थित हेमकुंड साहिब (15225 फीट) और फूलों की घाटी (12995 फीट) पहुंचने के लिए गोविंदघाट से क्रमशः: 19 किमी और 17 किमी की दूरी पैदल तय करनी पड़ती है।
हालांकि, चार वर्ष पूर्व गोविंदघाट से पुलना गांव तक चार किमी सड़क बन चुकी है, लेकिन इस मार्ग पर अभी यात्री वाहनों की आवाजाही इसलिए शुरू नहीं हो पाई, क्योंकि पुलना में पार्किंग की व्यवस्था नहीं है।
सात किलोमीटर की बनेगी सड़क
अब केंद्र सरकार से पुलना व भ्यूंडार के मध्य सात किमी सड़क निर्माण की सैद्धांतिक स्वीकृति मिलने के बाद भविष्य में न केवल हेमकुंड साहिब की यात्रा, बल्कि फूलों की घाटी की सैर भी आसान हो जाएगी। साथ ही यात्री व पर्यटक एक ही दिन में पुलना से आवाजाही कर सकेंगे।
अधिकारियों ने कही ये बात
गोविंदघाट से हेमकुंड साहिब को जोड़ने वाले मार्ग पर पुलना से भ्यूंडार के बीच सड़क निर्माण को केंद्र सरकार की सैद्धांतिक स्वीकृति मिल गई है। सड़क निर्माण का कार्य इसी वर्ष शुरू कर दिया जाएगा। – राजवीर चौहान, अधिशासी अभियंता, लोनिवि गोपेश्वर
पुलना-भ्यूंडार के बीच जल्द सड़क निर्माण की उम्मीद है। यात्रा की राह आसान होने से यात्रियों को बहुत राहत मिलेगी। इसे भ्यूंडार घाटी की आर्थिकी को भी संबल मिलेगा। – सरदार सेवा सिंह, मुख्य प्रबंधक, गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट, गोविंदघाट
सड़क सुविधा नहीं होने से होती है परेशानी
सड़क सुविधा न होने के कारण हेमकुंड साहिब यात्रा मार्ग पर दोपहर दो बजे के बाद यात्रा रोकनी पड़ती है। भ्यूंडार तक सड़क बनने के बाद यात्रा को दिनभर जारी रखा जा सकेगा। इससे यात्रियों की संख्या में बढ़ोत्तरी होने की उम्मीद है। मार्ग के व्यापारियों को भी लाभ होगा।
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