ख़बर रफ़्तार, रामपुर: उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसके बारे में जानकर आप हैरान रह जाएंगे। जहां कोतवाली टांडा निवासी विवाहित महिला ने पुलिस अधीक्षक से इंसाफ की गुहार लगाई है। विवाहित महिला का कहना है उसके ससुराल वाले उसे मारते पीटते हैं और 2 लाख रुपए कैश और बुलेट की मांग कर रहे हैं। मांग पूरी नहीं करने पर ससुर और जेठ उसे गंदी निगाह से देखते हैं और उसे देखकर गाने गाते हैं। उसका यह भी कहना है कि अगर 2 लाख कैश और बुलेट की मांग पूरी नहीं की तो उसे जान से मार दिया जाएगा।
पीड़िता ने पुलिस अधीक्षक विद्यासागर मिश्र से लगाई इंसाफ की गुहार
इस पूरी घटना के बाद महिला रोते हुए अपने मायके पहुंची और आप बीती अपने परिवार वालों को बताई। इसी बीच पति ने विवाहित महिला के घर पहुंच कर पहले तो उसे मारा पीटा और फिर उसे तीन तलाक दे दिया। इससे तंग आकर पीड़ित महिला ने पुलिस अधीक्षक विद्यासागर मिश्र से इंसाफ की गुहार लगाई है और पुलिस अधीक्षक के आदेश अनुसार कोतवाली टांडा में सुसंगत धाराओ में अभियोग पंजीकृत किया गया है। पुलिस अधीक्षक के मुताबिक पीड़िता के बयान दर्ज कराई जा रहे हैं साथ ही साथ निष्पक्ष कार्रवाई की जाएगी।
2 लाख और बुलेट नहीं दी तो पति ने दे दिया तीन तलाक
इस विषय पर पीड़िता फातिमा ने बताया कि मुझे परेशान करते थे मेरे साथ मार पीट करते थे और दहेज की डिमांड करते थे। वह कहते थे कि बुलेट और 2 लाख रुपए लेकर आ वरना तुझे जिंदा मार दिया जाएगा। फिर बाद में सभी मुझे परेशान करने लगे। मेरे ससुर मुझे गंदी निगाह से देखते थे वह मुझे देखकर गाने गाते थे। मेरे जेठ लाल अरशद, अनवर, सुभान देवर, शकील नंदोई यह छेड़छाड़ करते थे मेरे साथ, फिर मैं रोती हुई घर आ गई। फिर मैंने अपने मायके वालों को बताया कि मेरे साथ में बदतमीजी करते हैं। मुझे धीमे-धीमे जहर देते हैं। जहर देने के बाद मुझे कहने लगे कि यह तुम्हारी दवाई है, फिर कुछ दिन के बाद मेरे मायके आए मुझे मारने और फिर मुझे तीन तलाक दिया।
जानिए, पीड़िता ने किन-किन लोगों के खिलाफ दर्ज कराया मुकदमा?
यह पूछे जाने पर की किन-किन लोगों के विरोध आपने मुकदमा दर्ज कराया, इस पर पीड़िता ने बताया कि अशरफ नंदोई, शकील देवर, सुभान, अनवर जेठ, लाल जेठ और इसमें दो महिलाएं हैं। नजमा जेठानी, मेराज नंद यह सब लोग मुझसे पैसे की मांग करते थे। मुझे परेशान करते थे। मारते पीटते थे और यह सब मुझे मारने के लिए आए थे। यह मेरे मायके वालों को भी परेशान करते थे। वह कहते थे कि दहेज में इन्होंने दिया ही क्या है और मेरे मायके वालों के खिलाफ झूठी तहरीर दर्ज कराई थी। उनके नाम की झूठी तहरीर दी गई थी और अब मैं चाहती हूं मुझे इंसाफ चाहिए जिन लोगों ने गलत किया है उनको सजा मिलनी चाहिए।
जानिए, क्या कहना है कि पुलिस अधीक्षक विद्यासागर मिश्र का?
वहीं इस मामले में पुलिस अधीक्षक रामपुर विद्यासागर मिश्र ने बताया कि देखिए थाना टांडा पर महिला द्वारा दिए गए तहरीर के आधार पर भारतीय न्याय संहिता की सुसंगत धाराओं के साथ साथ मुस्लिम महिला संरक्षण के अंतर्गत अभियोग पंजीकृत किया गया है। अभियोग पंजीकृत कर निष्पक्ष रूप से विधिक कार्रवाई की जा रही है। पीड़िता के बयान अंकित कराए जाएंगे साथ ही साथ निष्पक्ष कार्रवाई की जाएगी।
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