ख़बर रफ़्तार, बहराइच: पवित्र सावन मास में नाग-नागिन के जोड़े को प्रेमालाप (रोमांस) करते देख कैसरगंज के कंजिया गांव में लोगों की भीड़ जमा हो गई। नाग-नागिन का रोमांस देखने के लिए लोग झाड़ियों में टकटकी लगाए रहे। कुछ लोगों ने इसे अपने मोबाइल में कैद भी कर लिया। मान्यता के अनुसार सावन माह में ऐसा दुर्लभ दृश्य देखा जाना काफी शुभ माना जाता है।
नाग-नागिन के जोड़े को देखना अपने देश में शुभ माना जाता है। जंगल में या घर के आसपास भी नाग और नागिन के जोड़े को देखने से लोगों में दहशत भले फैल जाती हो, लेकिन राह चलते अगर ऐसा दृश्य दिख जाए, तो लोगों के पांव अपने आप ठहर जाते हैं। खासकर जब नाग और नागिन एक-दूसरे के साथ आलिंगनबद्ध होकर प्रेमालाप करते नजर आएं, तो यह दृश्य बड़ा रोमांचक होता है। कुछ ऐसा ही दृश्य कैसरगंज इलाके में देखने को मिला।
यहां हनुमान मंदिर के निकट डा. नकछेद प्रसाद मिश्र की क्लीनिक के पास पीपल का पुराना पेड़ है। यहां खंडहर में की झाड़ियों में नाग-नागिन के जोड़े को प्रेमालाप करते देख लोगों की भीड़ जमा हो गई। इसे मेडाक लाइफ साइंस के एमआर व सूफीपुरा निवासी रवि पाठक गुलशन ने दुर्लभ दृश्य को अपने मोबाइल के कैमरे से कैद कर लिया। बताया जाता है कि दो विशालकाय सांप आपस में कई घंटों तक आलिंगन करते रहे। इस आलिंगन की सूचना जैसे ही स्थानीय ग्रामीणों को मिली देखते ही देखते लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा।
शुभ माना जाता है जोड़े को देखना
पंडित नारायण शरण दीक्षित बताते हैं कि नाग-नागिन के जोड़े को मिलन करना के दृश्य को देखना शुभ माना जाता है। माना जाता है कि जब कहीं नाग और नागिन आलिंगनबद्ध होते नजर आ जाएं, तो यह खुशहाली का सूचक होता है। यह प्रेम लीला क्षेत्र में अच्छी बारिश का भी संकेत देती है। जानकारों की मानें तो मानसून के पहले नाग-नागिन के मिलन का समय होता है और ये प्रेमालाप लंबे समय तक चलता है। इस दौरान नाग-नागिन एक दूसरे से आलिंगन करते हुए दो से तीन फीट ऊपर तक उठ जाते हैं।
स्थानीय लोगों ने बताया कि यहां सुबह सड़क किनारे झाड़ियों में सूखे पत्तियों की आवाज सुनाई दी। आवाज की तरफ जब ग्रामीण बढ़े, तब यहां दृश्य देखकर लोगों के होश उड़ गए। यहां नाग और नागिन एक दूसरे से लिपटकर आलिंगन कर रहे थे।
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